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सात शिक्षक के भरोसे 850 छात्रों का भविष्य

नारायणपुर : सरकार उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने पर गंभीर है. हर पांच किमी पर उच्च विद्यालय खोल रही है, ताकि गांव के बच्चे-बच्चियों को पढ़ाई में परेशानी न हो. बावजूद सरकार की उदासीनता के चलते बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ग्रहण लग गया है. इस उदाहरण है नारायणपुर राजकीय प्लस टू उच्च विद्यालय. यहां […]

नारायणपुर : सरकार उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने पर गंभीर है. हर पांच किमी पर उच्च विद्यालय खोल रही है, ताकि गांव के बच्चे-बच्चियों को पढ़ाई में परेशानी न हो. बावजूद सरकार की उदासीनता के चलते बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ग्रहण लग गया है. इस उदाहरण है नारायणपुर राजकीय प्लस टू उच्च विद्यालय. यहां शिक्षकों की कमी है.

स्वीकृत 11 पदों में से चार ही शिक्षक कार्यरत है. वहीं प्लस टू में भी कुल स्वीकृत पदों में मात्र तीन ही शिक्षक कार्यरत हैं. बावजूद 850 छात्र-छात्राएं विद्यालय में नामांकित है. उच्च विद्यालय व प्लस टू उवि मिला कर कुल सात ही शिक्षक कार्यरत हैं. इससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को मिल रही है.

विद्यालय का विकास भी प्रभावित: इस विद्यालय की चहारदीवारी भी गोविंदपुर-साहिबगंज सड़क निर्माण में छोटी हो गयी है. सड़क ऊंची हो गयी है, जिस कारण विद्यालय को बाहर से भी देखा जा सकता है. विद्यालय में प्रधानाध्यापक का पद रिक्त है. इससे विद्यालय विकास कोष का खर्च भी नहीं हो पा रहा है. छह वर्ष से चहारदीवारी की राशि पड़ी हुई है. विद्यालय का रंग-रोगन भी नहीं हो पा रहा है. इस समस्या को लेकर वर्तमान प्रभारी ने कई बार विभाग को अवगत कराया है, बावजूद कोई पहल नहीं हो पायी है.
क्या कहते हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक
इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक मो जियाउद्दीन ने कहा कि विद्यालय में विषयवार शिक्षकों की कमी है़ जिसके कारण पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है़ चाहरदीवारी का पैसा प्रखंड कार्यालय में पड़ा हुआ है़ पैसा रिलीज होते ही कार्य आरंभ करा दिया जायेगा़
उच्च विद्यालय के शिक्षकों के 683 पद स्वीकृत, 553 पद रिक्त 24 हजार छात्र-छात्राओं का भविष्य दांव पर
उच्च विद्यालय की संख्या
जिले में कुल 69 उच्च विद्यालय है. इसमें राजकीय विद्यालय एक, राजकीयकृत उच्च विद्यालय 15, प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय तीन, उत्क्रमित उच्च विद्यालय 46 तथा कस्तूरबा गांधी आवासीय उच्च विद्यालय चार है. इसमें शिक्षकों का कुल स्वीकृत पद 683 है. जिले में मात्र 130 शिक्षक कार्यरत हैं. उच्च विद्यालय में 53 शिक्षक, उत्क्रमित उच्च विद्यालय 38 तथा दो उच्च विद्यालयों में 39 शिक्षक कार्यरत है. वर्तमान में जिले के उच्च विद्यालय में 553 शिक्षक का पद रिक्त हैं.
क्या कहते हैं डीइओ
जिले के उच्च विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है. रिपोर्ट राज्य माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को भेजा गया है. उच्च विद्यालयों के शिक्षक की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द प्रारंभ होगी. बहाली के बाद शिक्षकों की कमी को दूर किया जायेगा.
-नारायण प्रसाद विश्वास, डीइओ, जामताड़ा

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