दवा पर टैक्स नहीं लगाया जाना चाहिए. आये दिन दवाआें के मन मरजी तरीके से बढ़ाये जानेवाले दामाें काे नियंत्रण करने के लिए ड्रग्स कंट्राेल नियमावली बनायी जानी चाहिए, जिसका फायदा जरूरतमंद लाेगाें काे मिलेगा. दवाआें की बिक्री अॉनलाइन तरीके से किये जाने का यूनियन विराेध करती है, यह गैर कानूनी कार्य है, सरकार काे तुरंत इस पर कड़े कदम उठाने चाहिए.
प्रतिनिधियाें ने अपनी 15 सूत्री मांगाें के समर्थन में किसी भी मेडिकल दुकान का दाैरा नहीं किया. दिन में उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना दिया, प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री आैर श्रम मंत्री काे प्रेषित किये जाने वाले ज्ञापन साैंपने के बाद साकची गाेलचक्कर तक एक जुलूस निकाला. धरना काे बैंक, बीमा आैर मेडिकल एसाेसिएशन से जुड़ी यूनियन ने अपना समर्थन प्रदान किया. धरना में मुख्यरूप से सीआइटीयू के नेता वीकेएल दास, केके त्रिपाठी, विश्वजीत डे, केडी प्रसाद, एस विश्वास, पीआर गुप्ता आदि माैजूद थे.