हालांकि इसके बदले डिफरेंस राशि वापसी की पर्ची प्रभावित यात्रियों को थमा दी जाती है. फिर भी इसको लेकर कई बार हंगामा की स्थिति भी बन जाती है. परिचालन विभाग की माने तो टाटानगर में थर्ड अौर सेकेंड एसी का अतिरिक्त कोच नहीं है. जिस कारण दूसरी श्रेणी का कोच लगाना पड़ता है. पिछले सात दिनों का अगर आकलन करें तो 12 से 18 जनवरी तक छह बार ट्रेनों के कोच बदले जा चुके हैं.
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सेकेंड के बदले थर्ड एसी में करना पड़ रहा सफर
जमशेदपुर : टाटानगर में हर तरह के अतिरिक्त कोच की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में अगर किसी ट्रेन की कोच में खराबी आ जाये और उसके स्थान पर वैसी ही दूसरी कोच उपलब्ध कराना हो तो ऐसा नहीं हो पाता है. उस ट्रेन में अन्य श्रेणी का कोच लगा कर ट्रेन को रवाना किया जा […]
जमशेदपुर : टाटानगर में हर तरह के अतिरिक्त कोच की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में अगर किसी ट्रेन की कोच में खराबी आ जाये और उसके स्थान पर वैसी ही दूसरी कोच उपलब्ध कराना हो तो ऐसा नहीं हो पाता है. उस ट्रेन में अन्य श्रेणी का कोच लगा कर ट्रेन को रवाना किया जा रहा है. ऐसे में सेकेंड एसी का टिकट कटाने वाले को थर्ड एसी कोच में सफर करना पड़ रहा है.
डिफरेंस राशि लौटाने का नियम. अगर ट्रेन के किसी कोच में गड़बड़ी आ जाये और कोच बदल दिया जाता है. ऐसे में अगर आपका टिकट सेकेंड एसी का है और उसकी जगह थर्ड एसी या जनरल कोच लगाया जाता है, तो यात्रा के दौरान डिफरेंस राशि का स्लीप दिया जाता है. यात्रा समाप्त होने पर टिकट काउंटर पर स्लिप दिखा कर डिफरेंस राशि प्राप्त कर सकते हैं.
कई स्पेशल ट्रेन चलने के कारण कभी कभी कोच की कमी हो जाती है. रेलवे कोच को खड़ी रखने के बजाय किसी न किसी ट्रेन में अतिरिक्त कोच के रूप में चलाती है. यह मामूली परेशानी है.
एस घोष, मुख्य जन संपर्क अधिकारी,
गार्डेनरीच, दपू रेलवे
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