जमशेदपुर: टाटा स्टील प्रोसेसिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीएसपीडीएल) अपनी क्षमता का विकास करने जा रही है. करीब चार साल में कंपनी ने 830 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनायी है. कंपनी की वर्तमान क्षमता 1.6 मिलियन टन को बढ़ाकर 4 मिलियन टन करने की योजना के तहत काम किया जा रहा है. अगर कंपनी 4 मिलियन टन वाली कंपनी बन गयी तो यह विश्व के टॉप दस कंपनियों में शुमार होने में सफलता हासिल कर लेगी.
इसके बारे में जानकारी देते हुए टीएसपीडीएल के एमडी संदीपन चक्रवर्ती ने बताया कि टाटा स्टील के विस्तारीकरण को ध्यान में रखते हुए यह विस्तार हो रहा है जबकि अन्य स्रोत पर भी कंपनी आगे बढ़ेगी. टीएसपीडीएल स्टील की डिजाइनिंग का काम करती है. स्टील को कस्टमर की जरूरतों के हिसाब से तैयार करती है. खास तौर पर ऑटो इंडस्ट्री के लिए यह काफी मददगार साबित होता है.
टाटा स्टील की ओर से ओड़िशा के कलिंगानगर में प्रोजेक्ट स्थापित किया जा रहा है, जिसको देखते हुए भी निवेश किया जा रहा है. बताया जाता है कि कलिंगानगर में टीएसपीडीएल का निवेश होगा जबकि जमशेदपुर और चेन्नई में स्थित कंपनियों में भी यह निवेश किया जायेगा. क्षमता हर क्षेत्र में विकसित करने को लेकर टीएसपीडीएल एक कंसल्टेंसी कंपनी को बहाल कर रही है, जिसके लिए बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप व एसेंचर ने हामी भर दी है.