जमशेदपुर: टाटा ग्रुप के कर्मचारी और अधिकारी अब जेट एयरवेज की जगह एयर इंडिया से हवाई सफर करेंगे. जेट एयरवेज से नाता तोड़ते हुए टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया से इस संबंध में करार किया है. हवाई यात्र की दर तय करने को लेकर इससे पहले कई बैठकें हुईं. एयर इंडिया ने टाटा ग्रुप को सस्ती दर पर हवाई यात्र कराने का प्रस्ताव दिया था, जिसको कंपनी ने मंजूरी दे दी है.
टाटा के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि ग्रुप की सभी कंपनियों को इसी रेट पर हवाई यात्रा करने को कहा गया है. नमक से लेकर स्टील तक बनाने वाली टाटा ग्रुप के इस निर्णय से जेट एयरवेज को झटका लगा है.
जेट एयरवेज के कुल कारोबार में करीब 35 फीसदी की हिस्सेदारी टाटा ग्रुप से ही थी. जेट एयरवेज को अबु धावी की कंपनी द्वारा खरीद लिये जाने के बाद यह फैसला लिया गया. वैसे टाटा ग्रुप खुद भी सिंगापुर एयरलाइंस के साथ मिलकर अपनी एयर सर्विस शुरू करनेवाली है. टाटा ग्रुप 96.79 बिलियन डॉलर वाली कंपनी है, जिसकी 100 से अधिक कंपनियां कई सेक्टर्स में बिजनेस कर रही हैं.