दूसरे-दूसरे लोगों के नाम पर लोन के लिए जमा कराये गये दस्तावेजों में आमदनी, बैंक के लेन-देन का ब्योरा व स्टेटमेंट में भी फर्जीवाड़ा किया गया. अब तक पांच ऐसे मामले सामने आये हैं जिसमें रोहित सिंह व अरुण सिंह के अंतर्गत काम करने वाले मजदूरों के नाम पर लोन की निकासी की गयी है.
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50 हजार दे मजदूरों की आइडी हथियाई, लिया करोड़ों का लोन
जमशेदपुर: बैंकों से करोड़ों रुपये लोन की निकासी में नियमों का पालन नहीं किया गया. करोड़ों के लोन निकासी की सीबीआइ जांच में बैंक अधिकारियों और बिल्डरों के बीच सांठगांठ का भी खुलासा होने की खबर है. जांच में यह तथ्य सामने आया है कि गौरी गौतम कंस्ट्रक्शन के संचालक रोहित सिंह और उसके पार्टनर […]
जमशेदपुर: बैंकों से करोड़ों रुपये लोन की निकासी में नियमों का पालन नहीं किया गया. करोड़ों के लोन निकासी की सीबीआइ जांच में बैंक अधिकारियों और बिल्डरों के बीच सांठगांठ का भी खुलासा होने की खबर है. जांच में यह तथ्य सामने आया है कि गौरी गौतम कंस्ट्रक्शन के संचालक रोहित सिंह और उसके पार्टनर अरुण सिंह ने कई बार दूसरे लोगों के नाम पर करोड़ों रुपये का लोन लिया.
इसमें यह तथ्य सामने आया है कि बिल्डर मजदूरों को पचास हजार रुपये देकर उनका वोटर आइडी व अन्य दस्तावेज ले लेते थे. उन्हें यह बताया जाता था कि लोन निकलेगा और उसका पैसा वे लोग भरेंगे. इस तरह पचास हजार मिलने पर मजदूृरों ने आइडी देने की बात को गंभीरता से नहीं लिया. इन मजदूरों की आइडी पर ही बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये लोन ले लिया गया. बिल्डरों के पास बेनामी संपत्ति : करोड़ों की हेराफेरी करने वाले बिल्डरों के बेनामी संपत्ति पर सीबीआइ की नजर है. पंजाब नेशनल बैंक को हाउसिंग लोन के नाम पर करीब साढ़े तीन करोड़ का चूना लगाने वाले बिल्डरों की ने कई जगह बेनामी संपत्ति अर्जित की है. इस पर जांच एजेंसियों की नजर है.
रजिस्ट्री के पेपर नहीं दिये, बाकी कागजात पूरे : बदानी. बैंक लोन घोटाले में आरोपी शांति कंस्ट्रक्शन के सुजीत कुमार भदानी ने इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि हमलोगों ने लोन से संबंधित सभी कागजात बैंक को दिये थे. उसके बाद ही बैंक ने हमें लोन दिया था. आज हमारे द्वारा दिये गये फ्लैट में कस्टमर रह भी रह रहे हैं. बैंक से यह पूछे जाने पर कि मुझे फ्रॉड क्यों घोषित किया गया है, बैंक ने मुझे जानकारी दी है कि आपके द्वारा रजिस्ट्री पेपर नहीं दिया गया है.
दो मैनेजरों की जा चुकी है नौकरी
रोहित सिंह व अरुण सिंह से लेकर गौरी देवी के लिए दूसरे के नाम पर फरजी तरीके से लोन निकासी के मामले में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के श्री पाणिग्रही व पंजाब नेशनल बैंक के तत्कालीन मैनेजर गोपाल सिंह झा की नौकरी जा चुकी है.
सीबीआइ ने जब्त किया दस्तावेज
सीबीआइ ने रजिस्ट्री कार्यालय से बिल्डरों के दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया है. कई फाइलों को जब्त किया गया है. सीबीआइ जांच में किसने नाम से फ्लैट की रजिस्ट्री की गयी है और कितने में जमीन का सौदा हुआ है आदि की भी जानकारी जुटा रही है.
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