इस संंबंध में यदि आप कोई जानकारी चाहते हैं तो तुरंत इ-मेल आइडी के जरिये संपर्क स्थापित करें. इसमें अपना बैंक खाता नंबर, पैन कार्ड नंबर और आय से संबंधित जानकारियां भेजें. हालांकि संजय ने तत्काल आयकर विभाग से इस संबंध में जानकारी प्राप्त की. लेकिन उन्हें बताया गया कि ऐसा कोई इ-मेल विभाग द्वारा भेजा नहीं गया है.
इसी तरह संजय के पार्टनर अक्षत इंटरप्राइजेस के संचालक के पास भी इसी प्रकार का मैसेज आया. तब वे समझ गये कि आयकर विभाग के नाम पर कोई फर्जीवाड़ा कर रहा है. इस संबंध में लगातार शिकायतें मिलने के बाद आयकर विभाग ने भी अपनी वेबसाइट पर जानकारी देते हुए कहा है कि विभाग द्वारा इस प्रकार का कोई भी इ-मेल कभी नहीं भेजा जाता है इसलिए करदाता ऐसे किसी झांसे में आकर अपना खाता नंबर या अन्य जानकारियां किसी को न दें. इतना ही नहीं विभाग ने जब पड़ताल करायी तो पता चला कि ऐसी करीब 100 इ-मेल आइडी हैं, जिनसे इस प्रकार के मैसेज किए गये हैं. दूसरी ओर, आरबीआइ के भी कई सारे फरजी इ-मेल भेजकर सारी जानकारियां मांगी गयी है, जिसके जरिये पैसे की निकासी कर ली गयी है.