जमशेदपुर: औद्योगिक विकास के लिए सरकारों को सकारात्मक पहल करने की जरूरत है. यह बातें टाटा सन्स के पूर्व निदेशक डॉ जेजे इरानी ने कहीं. वे शुक्रवार को बिष्टुपुर स्थित होटल अलकोर में उद्यमियों और व्यवसायियों की संस्था भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) के पूर्वोत्तर क्षेत्र के उद्यमियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. डॉ जेजे इरानी ने कहा कि सरकार जो भी फैसला ले, उसको धरातल पर उतारे और उद्योगों को उससे जोड़े तभी उद्योगों का विकास संभव है.
बैठक के दौरान मंदी का मुद्दा छाया रहा. जिसमें वर्तमान हालात में किस तरह कॉस्ट कम किया जाये तथा किस तरह उद्योगों को बचाना है, इसको लेकर रणनीति तय की गयी. सीआइआइ झारखंड के अध्यक्ष एसके बेहरा ने कार्यक्रम का संचालन किया जबकि जमशेदपुर सीआइआइ के अध्यक्ष और टिनप्लेट के एमडी तरुण डांगा ने सबका स्वागत किया.
उद्यमिता विकास पर टाटा स्टील देगी जोर : नरेंद्रन
टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने अपने संबोधन में कहा कि उद्यमिता विकास पर टाटा स्टील काम कर रही है. स्वरोजगार और रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए उद्यमिता विकास पर काम करना जरूरी है. तभी देश की आर्थिक स्थिति सुधरेगी तथा विकास का मार्ग प्रशस्त होगा.
पोलैंड व चेक गणराज्य के साथ बढ़े निवेश
इस मीटिंग के दौरान पोलैंड और चेक गणराज्य के जानकारों के साथ उद्यमियों की राउंड टेबुल मीटिंग भी हुई. इसमें चेक गणराज्य के डीजी सेरोंसकी, विनय मेनन, पोलैंड के इकनॉमिक काउंसिलर डॉ थॉमस मौजूद थे. इन लोगों ने बताया कि पोलैंड और चेक गणराज्य भारत के मुकाबले छोटा देश है, लेकिन तकनीक के मामले में आगे है. लिहाजा, उनकी तकनीक का इस्तेमाल कर यहां की कंपनियां निश्चित तौर पर अपनी स्थिति और मजबूत कर सकती हैं. पोलैंड और चेक गणराज्य जैसे अन्य तकनीक के मामलों में एक्पर्ट देशों के बीच आपसी संभावनाओं को तलाशें और निवेश को आगे बढ़ायें.