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एक अनजान कॉल से बचे दो नाबालिग
चाईबासा: एक अज्ञात शुभचिंतक के कॉल ने सोमवार को शहर के दो नाबालिगों की जिंदगी बचा ली. 15 साल की एक किशोरी व किशोर की जबरन शादी की सूचना पर बाल कल्याण समिति ने पुलिस व प्रशासन के साथ मिलकर उसे रुकवा दिया. प्रशासन अब किशोरी का दाखिला कस्तूरबा गांधी विद्यालय में करवायेगा. सोमवार की […]
चाईबासा: एक अज्ञात शुभचिंतक के कॉल ने सोमवार को शहर के दो नाबालिगों की जिंदगी बचा ली. 15 साल की एक किशोरी व किशोर की जबरन शादी की सूचना पर बाल कल्याण समिति ने पुलिस व प्रशासन के साथ मिलकर उसे रुकवा दिया. प्रशासन अब किशोरी का दाखिला कस्तूरबा गांधी विद्यालय में करवायेगा.
सोमवार की सुबह करीब छह बजे बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विकास दोदराजका किसी लड़की ने फोन किया कि पुलहातु की एक नाबालिग की शादी दूसरे नाबालिग से होने वाली है. परिवार वाले दोनों की शादी जबरन करवा रहे हैं. फोन करने वाली लड़की ने अपना नाम-पता नहीं बताया. इसके बाद श्री दोदराजका ने पुलिस-प्रशासन को मामले की सूचना दी.
मैंने मां को मना किया था
मां ने मुझे मेरी शादी के बारे में पिछले दिनों बताया था. मैंने तभी उन्हें शादी के लिए मना कर दिया था. परिजनों ने शादी तय कर दी थी. इसलिए, मंडप में आना पड़ा.
प्रिया, लड़की
दबाव में आकर गलती हुई
मेरी चार बेटियां हैं. सोच रही थी कि प्रिया की शादी हो जाती, तो आगे दूसरी लड़कियों की शादी करवाती. कानून का मुझे पता नहीं था. गलती हो गयी.
मीना देवी, लड़की की मां
पिता नहीं थे शादी के लिए तैयार : लड़की के पिता अशोक कुमार शादी के खिलाफ थे. गुस्से में वह मंदिर भी नहीं गये थे. उनका कहना था कि लड़की की शादी अभी नहीं होगी और आगे होती भी है, तो उस लड़के से तो कम से कम नहीं ही होगी.
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