जमशेदपुर: बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना को धरातल पर उतारने की मांग को लेकर बुधवार को रेल व राज्य सरकार के खिलाफ 11 ग्रामीण बागबेड़ा थाना चौक पर बेमियादी भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं. इनमें नौ महिलाएं हैं.
आंदोलन का नेतृत्व बागबेड़ा महानगर विकास समिति व संपूर्ण घाघीडीह विकास समिति कर रही है. आंदोलनकारियों ने कहा कि मांग पूरा होने तक भूख हड़ताल जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि गुरुवार तक उनकी मांग पर ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो 13 को रेलवे पंप हाउस को जाम कर दिया जायेगा. आंदोलनकारियों का हौसला बढ़ाने के लिए पूर्व सांसद आभा महतो भी पहुंची थी. पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, रघुवर दास, मेनका सरदार, सरयू राय, डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, सांसद निशिकांत दुबे ने भी आंदोलनकारियों की मांग का समर्थन किया है. श्री मुंडा समेत कई नेताओं ने रेलवे के वरीय अधिकारियों से बात की है.
जो भूख हड़ताल पर बैठे हैं
प्रभा हांसदा, रितु सिंह, अमीना खातून, आयशा पूर्ति, जयंती होरो, कांता सरकार, जोसना देवी, उषा दत्ता, कृष्णा बहादुर, राजेंद्र सिंह एवं इंदू देवी.
रेलवे को 3.50 लाख का चेक सौंपा
रेलवे ने एनओसी के बदले साढ़े तीन लाख रुपये जमा करने को कहा था. बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष सुबोध झा ने रेलवे को साढ़े तीन लाख रुपये का चेक सौंप दिया, ताकि काम शुरू करने के लिए रेलवे से एनओसी मिल सके.
सात बस्तियों से निकला मशाल जुलूस
आंदोलनकारियों की मांग के समर्थन में शाम में सात बस्तियों (कोल बस्ती, काली मंदिर हरहरगुट्ट, सोमाय झोपड़ी, प्रधान टोला, गांधीनगर, बजरंग टेकरी, नया बस्ती) के लोगों ने मशाल जुलूस निकाला.
जिनका समर्थन मिला
सुबोध झा, कृष्णा पात्रो, गोविंदा, कालिदास, नूना सोरेन, पप्पू मिश्र, सोना देवी, दीपक कुमार, गौरी शंकर शर्मा, महिद्रा अलडा व अन्य.
रेलवे को एनओसी देने के लिए पत्र दिया गया है. विकास समिति ने रेलवे में पैसा जमा करा दिया है, इसकी जानकारी नहीं है.
रघुनंदन शर्मा, कार्यपालक अभियंता, पीएचइडी