जमशेदपुर: एक छोटी सी पहल कैसे कई गांवों की तसवीर और तकदीर बदल सकती है, इसका उदाहरण जमशेदपुर से सटे कुछ गांवों में आये बदलाव से देखा जा सकता है. चार साल पहले जहां यहां के ग्रामीण पानी के लिए जद्दोजहद करते थे, वहीं आज पानी बारे में इन्हें सोचना नहीं पड़ता है.
रेन वाटर हार्वेस्टिंग (वर्षा जल संचयन) के कारण परसुडीह, बागबेड़ा, छोटागोविंदपुर के कुछ गांवों में पानी की समस्या खत्म हो गयी है. 2011 में टाटा स्टील रुरल डेवलपमेंट सोसाइटी (टीएसआरडीएस) ने ग्रामीणों के साथ मिलकर रेन वाटर हार्वेस्टिंग को एक अभियान के रूप में शुरू किया. इस पहल ने ग्रामीणों के जीवनस्तर बेहतर करने के साथ ही पानी की समस्या से निजात दिला दी है.
सिस्टम बना लाइफलाइन
जिन गांवों में पहले मुश्किल से पीने का पानी मयस्सर हो पाता था, आज वहां पानी की समस्या नहीं है. रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम ग्रामीणों के लिए लाइफलाइन बन गया है. पहले गर्मी में कुएं सूख जाते थे, चापाकल में पानी नहीं आ पाता था. अब सालोंभर यहां पानी मिल रहा है.
वाटर हार्वेस्टिंग से लाभ
1. परसुडीह, बागबेड़ा, छोटागोविंदपुर के सूखे कुओं में अब सालभर रहता है पानी
2. बारिश के पानी से ग्राउंड वाटर रिचार्ज होता है
3. 2011 में एक गांव से टाटा स्टील रुरल डेवलपमेंट सोसाइटी शुरू किया
4. गांवों के प्रधान सहित सभी लोगों ने इसमें सक्रिय भूमिका निभायी
क्या है रेन वाटर हार्वेस्टिंग
रेन वाटर हार्वेस्टिंग (वर्षा जल संचयन) सिस्टम के तहत ग्रामीण अपने घर की छत से निकलने वाले बारिश का पानी संचय कर सोकपीट में पहुंचाते हैं. इससे बारिश के पानी की बरबादी नहीं हो पाती है. वहीं गांव का जलस्तर हमेशा के लिए बना रहता है. गरीब इलाकों में झोपड़ीनुमा घरों की छत से गिरने वाले बारिश का पानी पाइप से जमा किया जाता है.
इन गांवों की बदली तकदीर
गांव कुल घर लाभांवित प्रोजेक्ट (रु में)
1. शंकरपुर, सरजामदा 40 मकान 240 लोग 21.82 लाख
2. प्रधानटोला बस्ती, परसुडीह 65 मकान 390 लोग 8.60 लाख
3. लोहिया भवन परिसर, परसुडीह 25 मकान 150 लोग 8.47 लाख
4. बोदरा टोला, करनडीह 60 मकान 360 लोग 20.72 लाख
5. मांझ टोला, बड़ा गोविंदपुर 30 मकान 180 लोग 11.20 लाख
6. कोचे टोला, बड़ा गोविंदपुर 37 मकान 222 लोग 10.86 लाख
7. गणेश पूजा मैदान, रोड नंबर 2 व 3, बागबेड़ा 41 मकान 246लोग 15.13 लाख
8. काली मंदिर परिसर, रोड नंबर 4, बागबेड़ा 30 मकान 180 लोग 13 लाख
9. ओपेन वाल परिसर, रोड नंबर 4 व 5, बागबेड़ा 35 मकान 210 लोग 4.70 लाख
10. राजकीय मध्य विद्यालय, शंकरपुर 27 मकान 162 लोग 8.40 लाख
11. नेहरू मैदान हाउसिंग कॉलोनी, बागबेड़ा 52 मकान 312 लोग 5.60 लाख
12. शिव मंदिर परिसर, बागबेड़ा 40 मकान 240 लोग 3.40 लाख
13. राजेंद्र बालिका विद्यालय, परसुडीह 47 मकान 282 लोग 5.30 लाख
14. नीचे टोला, बड़ा गोविंदपुर 32 मकान 192 लोग 11.69 लाख