जमशेदपुर: 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना से 224 करोड़ की लागत से ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युत व्यवस्था सुधारी जायेगी. सिंचाई के लिए अलग डेडिकेटेड फीडर बनेगा. शहरी क्षेत्र में इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम (आइपीडीएस) से विद्युत व्यवस्था सुधारी जायेगी. दोनों योजनाओं का डीपीआर सांसद विद्युत वरण महतो की अध्यक्षता में शनिवार को जिला मुख्यालय में हुई जिला विद्युत समिति की बैठक में पेश किया गया.
दोनों योजनाओं के लिए जन प्रतिनिधियों का सुझाव लिया गया. सुझाव के बाद इसे पास कर दिया गया. विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता ने जन प्रतिनिधियों को बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लिए दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना तथा शहरी क्षेत्र के लिए आइपीडीएस है.
राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना से लगे 10 व 16 केवीए के ट्रांसफॉर्मर के स्थान पर कम से कम 25 केवीए के ट्रांसफॉर्मर लगाये जायेंगे.
शहरी क्षेत्र में लगेंगे एबी केबुल, नहीं होगी बिजली चोरी : बैठक में शहरी क्षेत्र के लिए तैयार योजना (आपीडीएस) पेश किया गया. इसके तहत बिजली का घाटा कम करने के लिए एबी केबुल (कवर वाला तार) बिछाने की योजना है. एबी केबुल से हुकिंग कर बिजली चोरी नहीं हो सकेगी. मानगो समेत अन्य क्षेत्रों में यह तार बिछायी जायेगी. वर्तमान में जुस्को द्वारा यह केबुल का प्रयोग किया जा रहा है. विद्युत विभाग द्वारा आदित्यपुर क्षेत्र में टुकड़ों-टुकड़ों में 46 किमी पर एबी केबुल लगाया गया है. लोड कम करने के लिए ज्यादा लंबे फीडर नहीं रखें जायेंगे. कंडक्टर को बदला जायेगा. शहरी क्षेत्र में री स्ट्रर इलेक्ट्रिकल पावर डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म प्रोग्राम( आरएसइपीडीआरपी) के तहत काम किये जायेंगे और मुख्य रूप से इंफ्रास्ट्रर उपलब्ध कराया जायेगा. इसके तहत 10 सब स्टेशन भी बनाये जायेंगे.