सूत्रों के मुताबिक एक गुट के लोग दोपहर ढाई बजे के करीब आरुणी कक्ष के पीछे स्थित मंदिर में जोर-जोर से झाल बजाकर पूजा कर रहे थे.
दूसरे गुट को यह शोर नागवार लगा. इसको लेकर दूसरे गुट के लोग एक पास जमा हो गये. वहीं पुलिस ने आकर दोनों को शांत कराया. 17 फरवरी को भी जेल में बंदियों के बीच टकराव होने से तनाव हो गया था. खुफिया विभाग पहले ही वर्चस्व को लेकर घाघीडीह जेल में टकराव की आशंका जता चुका है.