जमशेदपुर: संवत 2070 की श्रावणी पूर्णिमा 20 अगस्त (मंगलवार) को दिवा 9:32 बजे से आरंभ हो रही है, जो अगले दिन (बुधवार, 21 अगस्त को) प्रात: 7:25 बजे तक रहेगी. इस हिसाब से उदया तिथि युक्त पूर्णिमा 21 अगस्त को ही पड़ रही है, अत: स्नान, दान आदि की पूर्णिमा 21 अगस्त को ही होगी. लेकिन इस दिन पूर्णिमा तीन मुहूर्त से भी कम अवधि की तथा भाद्र कृष्ण प्रतिपदा से युक्त भी है.
यह योग रक्षा बंधन के लिए वजिर्त माना जाता है. चूंकि 20 अगस्त को प्रात: 9:51 बजे से ही भद्रा भी आरंभ हो रही है, जो रात्रि 8:28 बजे तक रहेगी. भद्रा काल रक्षाबंधन के लिए शुभ नहीं माना जाता. चूंकि रक्षा बंधन में अपराह्न् व्यापिनी एवं प्रतिपदा रहित पूर्णिमा ही ली जाती है, इसके कारण 20 अगस्त को भद्रा की समाप्ति के बाद, रात्रि 8:28 बजे के बाद ही बहनें अपने भाइयों को रक्षा सूत्र बांधेंगी.
भद्रा में न करें रक्षा बंधन
वैसे तो भद्रा का प्रभाव उस समय पाताल लोक में रहेगा, किन्तु श्रवणा एवं पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्रों में पड़ने वाली भद्रा अनिष्टकारी होती है. पूर्णिमा को श्रवणा नक्षत्र भद्रा युक्त है, अत: उक्त काल में रक्षा सूत्र बांधना शुभकारी नहीं होगा.