जमशेदपुर: वेहि प्रगटया मर्द अगंबडा वरियाम अकेला वाहो वाहो गुरु गोविंद सिंह जी आपे गुर चेला.., हक हक आगाह गुरु गोविंद सिंह बादशाह दरवेश गुरु गोविंद सिंह.. आदि शबद कीर्तन गायन से पूरा शहर गूंज उठा. रविवार को सिख समुदाय के लोगों ने सरबंश दानी गुरु गोविंद सिंह जी की 348वीं जयंती धूमधाम से मनायी.
इस दौरान सीजीपीसी की देखरेख में टेल्को गुरुद्वारा से नगर कीर्तन (साढ़े तीन किलोमीटर लंबा) निकाला गया. नगर कीर्तन पूर्वाह्न् साढ़े ग्यारह बजे आरंभ होकर शाम साढ़े पांच बजे साकची गुरुद्वारा पहुंचकर समाप्त हुआ.
पालकी साहिब के साकची गुरुद्वारा में पहुंचने के बाद समाप्ति की अरदास हुई. इधर, टेल्को गुरुद्वारा में टाटा मोटर्स के प्लांट हेड एबी लाल, टेल्को वर्कर्स यूनियन के महामंत्री चंद्रभान सिंह तथा टाटा मोटर्स के सिक्यूरिटी हेड (एसआइ) एनएस कादयान पहुंचे और माथा टेक कर आशीर्वाद लिया. सभी अतिथियों ने सिख समुदाय के लोगों को श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती पर बधाई दी. इस मौके पर गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान इंद्रजीत सिंह की तरफ से अतिथियों को सम्मानित किया गया. इससे पूर्व सभी गुरुद्वारा में तीन दिनों से चल रहा अखंड पाठ का समापन हुआ, जिसके बाद कीर्तन दरबार सजा और अंत में संगत के बीच लंगर वितरित हुआ. लंगर छकने के बाद लोग नगर कीर्तन में शामिल हुए.
आगे नन्हा घुड़सवार पीछे गतका का खेल
नगर कीर्तन में सबसे आगे नन्हा घुड़सवार चल रहा था. इसके बाद साकची नौजवान सभा के सदस्य गतका का प्रदर्शन कर रहे थे. इसी क्रम में धर्म प्रचार कमेटी की ओर से गतका और श्री गुरु गोविंद सिंह जी से जुड़े प्रश्नोत्तरी मुकाबला का पत्र वितरित किया जा रहा था. कुछ सवाल भी पूछे गये, जिनका जवाब देने पर प्राइज दिया गया. सिख धर्म के लिए शहीद हुए गुरुओं की एक प्रदर्शनी ट्रेलर में लगायी गयी थी, जो नगर कीर्तन में साथ-साथ चल रही थी. एसजीपीसी की ओर से धार्मिक फिल्में व पुस्तकों का वाहन नगर कीर्तन के आगे चल रहा था. गुरमत प्रचार सेंटर द्वारा वर्तमान में सिख समुदाय की गिरती साख से संबंधित पंपलेट वितरित किये जा रहे थे. इसके पीछे स्कूली बच्चे लिबास में पीटी व बैंड बजाते चल रहे थे. नगर कीर्तन के बीच में पंज प्यारों की अगुवाई में पालकी साहिब चल रही थी. पालकी साहिब के पीछे महिलाएं, धार्मिक व कीर्तनी जत्था चल रहा था.
नन्हे बच्चे बने आकर्षण का केंद्र
नगर कीर्तन में नन्हे बच्चे पैदल केसरी दस्तार और सफेद लिबास में भजन कीर्तन गायन करते चल रहे थे, जो आकर्षण का केंद्र बने हुए थे. कुछ जत्थों की अगुवायी नन्हें बच्चों ने की.
धार्मिक संगठनों ने लगाया शिविर
नगर कीर्तन में शामिल लोगों के लिए धार्मिक संगठनों ने शिविर लगाकर चाय, नाश्ता, फल, दूध, केला, बिस्कुट, पकौड़ी आदि का वितरण किया. सिख वेलफेयर कमेटी, शहीद भगत सिंह, सिख युवा दल, खालसा एड समेत कई संगठनों ने शिविर लगाया था.
नहीं हुई आतिशबाजी. सीजीपीसी द्वारा जारी किये गये निर्देश का पालन करते हुए नगर कीर्तन के दौरान आतिशबाजी नहीं की गयी.
31 को अमृत संचार. प्रधान इंद्रजीत सिंह ने बताया कि 31 दिसंबर को टुइलाडुंगरी गुरुद्वारा में अमृत संचार कराया जायेगा. इसके अलावा दो जनवरी को साकची गुरुद्वारा में सेंट्रल दीवान लगेगा.