जमशेदपुर: जिला स्वास्थ्य विभाग चिकित्सकों की भारी कमी ङोल रहा है. यह स्थिति पूरे राज्य में है, जिससे स्वास्थ्य योजनाएं धरातल पर नहीं उतर रही हैं. स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए डॉक्टर अहम घटक हैं. प्रसिद्ध प्लास्टिक एंड कॉस्मेटिक सजर्न डॉ अजय सिंह ने ये बातें प्रभात खबर से हुई बातचीत में कहीं.
क्या है कारण
डॉ सिंह ने कहा कि झारखंड में सिर्फ रिम्स, रांची में ही पीजी की पढ़ाई होती है. रिम्स में सीट कम होने के कारण अधिकतर डॉक्टर पीजी करने के लिए बाहरी राज्यों का रुख करते हैं. पढ़ाई के बाद उन्हें वहीं नौकरी भी मिल जाती है या वे अपनी प्रैक्टिस शुरू कर देते हैं.
लिहाजा, वे जहां जाते हैं, वहीं के होकर रह जाते हैं. इसका असर राज्य में चिकित्सकों की कमी के रूप में दिखता है. स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए अगर निवेश करती है तो झारखंड की अन्य जगहों पर भी पीजी की पढ़ाई संभव होगी. इससे अधिक से अधिक डॉक्टर यहां पीजी की पढ़ाई कर अपनी सेवा दे पायेंगे.