जमशेदपुर: यमुनोत्री से 56 श्रद्धालुओं का दल गुरुवार रात को पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से शहर पहुंचा. इनमें कुछ श्रद्धालु आदित्यपुर के रहनेवाले थे. सबों ने कहा कि वे मौत के मुंह से निकल कर आये हैं. केदारनाथ जा रहे इन श्रद्धालुओं को यमुनोत्री में ही रोक दिया गया था. वहां उन्हें बताया गया कि केदारधाम भारी बारिश से आयी बाढ़ में तबाह हो गया है.
जानकीपट्टी के समीप उन्हें रोका गया : मानगो पायल सिनेमा स्थित रामकृष्णा कॉलोनी की उर्मिला देवी व कांति देवी ने कहा कि प्रलय शब्द सुना था. मगर वहां पहली बार देखने को मिला. हमलोग केदारनाथ जा रहे थे. मगर जानकी चट्टी के समीप पुलिस ने रोक लिया था. वहीं प्रलय आने की सूचना मिली. रामकृष्णा कॉलोनी की पार्वती देवी और लक्ष्मी शर्मा ने कहा कि घर से भगवान का नाम लेकर निकले थे और रास्ते में केदारनाथ धाम में प्रलय आने की सूचना मिली. उन लोगों को यमुनोत्री में रुकना पड़ा. वहीं एक सप्ताह रहा.
सेना ने बचायी जान : भुइयांडीह निवासी नारायण कर ने कहा कि यमुनोत्री में जमशेदपुर व आदित्यपुर के 56 लोग फंसे थे. आर्मी कीमदद से सबों को सुरक्षित निकाला गया. अगर मदद नहीं मिलती, तो क्या होता, भगवान जाने. बारीडीह वास्तु बिहार की रामकली देवी ने कहा प्रलय में जान बच गयी, इसके लिए ईश्वर की शुक्रगुजार हूं.