जमशेदपुर : गालूडीह रेलवे स्टेशन के पश्चिमी क्रॉसिंग के पास मंगलवार की सुबह टूटी रेल पटरी से डाउन टाटा-स्टील एक्सप्रेस (12814) गुजर गयी. वैसे लाइन (क्यू) मैन रजनी महतो द्वारा लाल झंडा गाड़ने और पटाखे फोड़ने के पर ड्राइवर ने ट्रेन की रफ्तार कुछ कम की. इससे बड़ा रेल हादसा टल गया.
चालक और गार्ड की सूझबूझ से ट्रेन की गति धीमी कर दी. इंजन समेत अधिकांश बोगी टूटी पटरी से पार हो चुके थे. सिर्फ छह बोगी पीछे थे. ट्रेन के रुकते ही यात्री नीचे उतर गये. यात्रियों में अफरा-तफरी मच गयी. सूचना पाते ही पीडब्ल्यूआइ जी मंडल, गालूडीह के एसएम सतीश कुमार, आरपीएफ के ओसी खान साहब आदि घटना स्थल पर पहुंचे और स्टील एक्सप्रेस को धीरे-धीरे आगे बढ़ाया. घटना स्थल पर 46 मिनट तक ट्रेन रुकी रही. ट्रेन पर सवार यात्री सहमे रहे.
ट्रेन पर सवार यात्री घटना के बाद पौने घंटे घंटे तक फंसे रहे. बाद में रेलवे के इंजीनियर पहुंचे और रेल पटरी को काम चलाने लायक बनाया और धीरे-धीरे ट्रेन टूटी पटरी क्रॉस कर आगे बढ़ी.
* डाउन लाइन में थी दरार : सीनियर डीसीएम
खड़गपुर रेल मंडल (केजीपी) के सीनियर डीसीएम एमडी साहा ने बताया कि गालुडीह स्टेशन के पास डाउन लाइन में दरार पड़ गयी थी. टे्रन रोकने का सिगनल गैंगमैन की ओर से दिया जा रहा था, लेकिन रोकते-रोकते स्टील एक्सप्रेस की कुछ बोगी टूटी पटरी को पार कर गयी. उन्होंने बताया कि कभी-कभी पटरी की लंबाई ज्यादा होने के कारण पटरी में दरार पड़ जाता है. गैंगमैन की टीम अकसर पटरी की जांच करती रहती है. घटना में किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई.