जमशेदपुर: बंगाल से आलू का आवक सामान्य होने के बाद भी व्यापारी आलू की कमी को रोना रोते हुए मनमानी कीमत वसूल रहे हैं. जब बंगाल से आलू का आवक बंद था, तब आलू 28 से 30 रुपये प्रति किलो बिक रहा था. अब आवक सामान्य होने के बाद भी स्थिति वही है.
जमाखोरों व मुनाफाखोरों ने ग्राहकों का कमर तोड़ दिया है. मंगलवार को प्रभात खबर ने शहर के बाजार, थोक और खुचरा व्यापारियों से जानकारी ली. व्यापारी आलू की कीमत में इजाफा के पीछे इसकी कमी को बता रहे हैं. हालात ये है कि थोक बाजार में भी अलग-अलग व्यापारी एक ही वस्तु के मनमाने तरीके से अलग-अलग दाम बता रहे हैं. इन सबके बीच जिला प्रशासन फिलहाल चुप्पी साधे हुए है.
मंडी से बाहर उतर रहा आलू
शहर की मंडी से दो गुणा माल बाहर उतर रहा है. साकची, कदमा, बिष्टुपुर, गोलमुरी, गदड़ा समेत अन्य जगहों पर धड़ल्ले से आलू उतर रहा है. इसके बावजूद बाजार समिति अंकुश लगाने में विफल है.
‘‘एनएच के रास्ते आलू का आवक पूरी तरह सामान्य नहीं हुआ है. आसनसोल होकर शहर में आलू आ रहा है. इससे 200 किमी की जगह अतिरिक्त 300 किमी घूम कर माल लाना पड़ रहा है. इसलिए आवक होने के बाद भी आलू की कीमत सामान्य नहीं हुई है. एनएच से पूर्ण रूप से आवक में छूट मिलने के बाद ही कीमत में कमी आयेगी. – राजकुमार साह, अध्यक्ष, आलू प्याज थोक विक्रेता संघ
‘‘बंगाल सरकार ने ढील दी है. शहर में आलू का आवक हो रहा है. 3-4 दिनों में आलू की कीमत सामान्य हो सकती है. बाजार समिति शहर में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार छापामारी भी चला रही है.
– अशोक कुमार सिन्हा, सचिव, कृषि उत्पादन बाजार समिति