जमशेदपुरः एमजीएम अस्पताल के मरीज इन दिनों चूहे से परेशान है. अस्पताल में काफी संख्या में चूहे हैं, जो सोते हुए मरीज के हाथ-पांव आदि को कुतर देते हैं. इमरजेंसी वार्ड में शनिवार की शाम रखे गये शव के होठ को चूहे खा रहे थे. भालूबासा, लाइन-2, क्वार्टर 63 निवासी गुड्डू ठाकुर का यह शव था. डय़ूटी पर मौजूद कर्मचारियों ने किसी तरह चूहों को भगाया. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया.
गुड्डू के पिता ने बताया कि गुड्डू ड्रापिंग में काम करता था, शनिवार दोपहर घर से निकलने के बाद वह वापस नहीं लौटा बाद में पता चला कि सड़क हादसे में उसकी मौत हुई है. वह एमजीएम अस्पताल में है, आकर देखा तो उसका पैर कुचला हुआ है. उसकी मौत हो गयी है. रात होने के कारण कर्मियों ने शव इमरजेंसी के किनारे रख दिया है.
पुलिस का कहना है कि भुइंयाडीह लकड़ी टाल के पास बने शौचालय के पास एक व्यक्ति के पड़े होने की सूचना मिलने के बाद वह गयी और उसे उठाकर इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लेकर आयी. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. गुड्ड अभी अविवाहित था और मां-पिता का आखिरी सहारा था.
एमजीएम में नहीं है शव रखने की व्यवस्था
एमजीएम अस्पताल में मोर्ग हाउस (शव गृह) नहीं होने से शव को मरीजों के बीच खुले में रख दिया जाता है. इमरजेंसी वार्ड के जिस स्थान पर मरीजों की चिकित्सा होती है उनसे महज 5 फुट की दूरी पर ही शव को खुले में रखा जाता है. अतीत में पोस्टमार्टम हाउस जब यहां संचालित था उस समय शव रखने की समुचित व्यवस्था यहां थी. लेकिन एमजीएम कॉलेज में शिफ्ट होने के बाद शव रखने की कोई व्यवस्था नहीं है.
पुराने पोस्ट मार्टम हाउस में टूटा है फ्रिज
एमजीएम परिसर में स्थित पुराने पोस्टमार्टम हाउस में एक फ्रिज है भी तो जजर्र अवस्था में. क्योंकि लंबे समय से इसके प्रयोग की जरूरत महसूस नहीं हुई है. फ्रिज पूरी तरह टूटा हुआ है. यहां शव को रखना मुमकिन नहीं है.
7 दिन पहले भी चूहों ने कुतरा था शव
एमजीएम अस्पताल के कर्मियों ने बताया कि एक सप्ताह पहले पुलिस ने एक महिला का अज्ञात शव को लाकर यहां रखा था जिसके मुंह को भी चूहा ने कुतर डाला था.
मार्च में मरीज का कुतरा था पैर
मार्च में एमजीएम अस्पताल में इलाज करा रहे सोनारी निर्मलनगर निवासी भवानी डे के पांव को चूहे ने कुतर दिया था. उस समय वह नींद में सो रही थी. आंख खुलने पर देखी की एक चूहा उनके पांव को कुतर रहा है.