चांडिल: चौका पुलिस और सीआरपीएफ 196 बटालियन की संयुक्त छापामारी के दौरान माओवादियों को विस्फोटक उपलब्ध करानेवाला सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उसके पास से विस्फोटक के अलावा नक्सल साहित्य और रसीद जब्त किया है.
यह जानकारी शनिवार को चौका थाना में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में चांडिल के पुलिस निरीक्षक अरविंद कुमार सिंह, सीआरपीएफ 196 बटालियन के सहायक समादेष्टा विकास जायसवाल और चौका थाना प्रभारी आरडी सिंह ने संयुक्त रूप से दी.
पुलिस निरीक्षक श्री सिंह ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नक्सलियों को बड़ी संख्या में विस्फोटक की आवश्यकता है और विस्फोटक उपलब्ध कराने के लिए कोई व्यक्ति बातचीत कर जंगल से वापस आनेवाला है. सूचना पर पुलिस ने कारवाई प्रारंभ कर दी. इस दौरान दोपहर में पुलिस को चौका थाना क्षेत्र के उरमाल और महादेवबेड़ा के बीच काडाधुआ पुलिया के पास जंगल की ओर से मोटरसाइकिल से एक व्यक्ति आता दिखाई दिया. उक्त व्यक्ति को रोक कर पुलिस ने उसकी जांच की. जांच के दौरान पुलिस ने उसके बैग से विस्फोटक और नक्सल सामग्री बरामद किया. इसके बाद पुलिस ने उसे मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार कर लिया.
जमशेदपुर के डिमना में रहता है नरेश
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति का नाम नरेश साहु है और वह ईचागढ़ निवासी गजानन साहु का पुत्र है. नरेश अपने ससुराल डिमना में रहता है और माओवादियों को विस्फोटक उपलब्ध कराने की डील को फाइनल करने माओवादियों के एरिया कमांडर महाराज प्रमाणिक के पास गया था. पुलिस ने बताया कि नरेश एरिया कमांडर महाराज प्रमाणिक का करीबी है और विस्फोटक उपलब्ध कराने के लिए उसे अग्रिम राशि के तौर पर 45 हजार दिये गये थे.
बैग से मिला विस्फोटक व नक्सल साहित्य
गिरफ्तार नरेश के बैग से एके 47 और इंसास का एक एक जिंदा गोली, पांच बुस्टर, तीन इलेक्ट्रोनिक डेटोनेटर, 37,200 रुपये नगद, विभिन्न बैंकों के पांच एटीएम, तीन सिम कार्ड, एक दो सिम वाला मोबाइल, एक एमपी तीन ऑडियो प्लेयर, एक कैमरा, नक्सल साहित्य, क्रांतिकारी किसान कमेटी की सदस्यता रसीद का एक बुक, एक पैन डाइव आदि बरामद हुआ है. बताया गया कि एके 47 और इंसास का गोली नमुना के तौर पर दिया गया था कि इस प्रकार का गोली की आवश्यकता है.
अभियान में ये थे शामिल: इस अभियान में पुलिस निरीक्षक अरविंद कुमार सिंह, चौका थाना प्रभारी राजदेव सिंह, एएसआइ अशोक सिंह, सीआरपीएफ 196 बटालियन के सहायक समादेष्टा विकास जायसवाल, इंस्पेक्टर लक्ष्मण सिंह समेत जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे.