जमशेदपुर : छह माह से एक मां न्याय के लिए दर-दर भटक रही है. 7 दिसंबर 2017 को एक शिशु को जन्म देने वाली पिंकी (काल्पनिक नाम) ने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष को पत्र लिखकर जिगर के टुकड़े को वापस दिलाने की मांग की है. जन्म के समय कमजोर होने पर नवजात को टीएमएच का दो माह इलाज चला.
विधवा होने के कारण उसने स्वेच्छा से बच्चे को प्रगति सामाजिक संगठन की अध्यक्ष पी सिन्हा को सौंप दिया. उनके सहयोग से इलाज भी हुआ. आरोप है कि बच्चे से उसकी मां को मिलने नही दिया जाता है. मां अपने बच्चे के लिए भटक रही हैं जबकि वर्तमान में बच्चा कहां है किस स्थिति में है इसकी जानकारी भी गोपनीय रखी गयी है. बच्चा अभी भी बाल संरक्षण समिति के संरक्षण में है.