जमशेदपुर : राज्य की कई कंपनियां टीडीएस घोटाले में फंस गयी हैं. पूरे देश में 447 कंपनियों ने अपने कर्मचारियों का टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स) व टीसीएस (टैक्स कलेक्टेड ऐट सोर्स) काटा, लेकिन उसे जमा नहीं कराया. गड़बड़ियों की जांच के बाद सरकारी उपक्रम से लेकर निजी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें डिमांड नोटिस भेजा गया है.
सबसे बड़ा डिमांड नोटिस टाटा स्टील के बोकारो स्टील कोलियरी प्लांट को दिया गया है. कोलियरी को आयकर विभाग ने 38.71 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है. इसमें बताया गया है कि स्क्रैप उठाव में टीडीएस व टीसीएस की कटौती नहीं की गयी है. जबकि निजी कंपनियों के नाम पर स्क्रैप का उठाव किया गया है. इसे लेकर टाटा स्टील ने झारखंड हाइकोर्ट में याचिका दायर की है. ज्ञात हो कि हाल में इनकम टैक्स विभाग ने 3,200 करोड़ रुपये का टीडीएस घोटाला पकड़ा था, इसमें 447 कंपनियों की संलिप्तता उजागर हुई थी.
टाटा स्टील बोकारो कोलियरी में स्क्रैप में 38.71 करोड़ रुपये टीडीएस व टीसीएस में काटा गया है, इसके विरूद्ध कंपनी हाइकोर्ट गयी है.
टाटा स्टील और निप्पन स्टील के भीतर जेसीएपीसीपीएल में टीडीएस में करीब पांच करोड़ की गड़बड़ी मिली है.
इलेक्ट्रो स्टील कंपनी को करीब 1.50 करोड़ रुपये का डिमांड भेजा गया है.
सीसीएल पर छह करोड़ रुपये की गड़बड़ी का दावा किया गया था, कंपनी ने भुगतान कर दिया है.
बोकारो स्टील कंपनी में 19.60 करोड़ रुपये का डिमांड किया गया है, कंपनी ने चार करोड़ ही जमा कराया है.
राज्य खनिज निगम (जेएसएमडीसी) ने सात करोड़ तक कटौती में गड़बड़ी की है, डिमांड भेजा गया है.
रांची के सप्लाइ ऑफिसर पर 2.58 करोड़ का डिमांड भेजा गया है, कार्रवाई की जा रही है.
जुडको को दो करोड़ का डिमांड भेजा गया है, कटौती के बाद पैसे जमा नहीं किये गये हैं.
बड़े पैमाने पर गड़बड़ी
आयकर विभाग ने टीडीएस (आमदनी पर कटौती) व टीसीएस (आमदनी के स्रोत पर कर) में काफी गड़बड़ी पायी है. कई कंपनियों ने टीडीएस व टीसीएस जमा कराया है, जबकि कई कंपनियों कोे टीडीएस व टीसीएस जमा कराने के लिए विभाग ने नोटिस जारी किया है.
अजय सिंह, उपायुक्त, टीडीएस, आयकर विभाग