जमशेदपुर : साकची, जेल चौक रोड स्थित डॉ एनएन त्रिपाठी के आवास सह क्लिनिक में दिसंबर 2013 में लुल्हा ने ही अपने सहयोगियों के साथ पिस्तौल की नोक पर 6.15 लाख रुपये की डकैती की थी. इस दौरान उसने परिवार के सदस्यों को घर में ही बंधक बना लिया था. पुलिस इनकाउंटर में मारे गये अपराधी माया भगत उर्फ लुल्हा की अखबार में छपी तसवीर देखने के बाद डॉ त्रिपाठी के परिवार वालों ने पुलिस के समक्ष इसकी पुष्टि की है.
उन्होंने पुलिस को बताया है कि डकैतों में से एक माथे पर टीका लगाया हुआ था तथा वह अपना बायां हाथ हमेशा पॉकेट के अंदर रखा हुआ था. लुल्हा ने ही डॉ त्रिपाठी के सिर पर पिस्तौल सटायी थी. इसकी जानकारी डॉ त्रिपाठी ने ‘प्रभात खबर’ को दी.
कैसे हुई थी घटना : 17 दिसंबर 2013 की सुबह 8:15 बजे मरीज बन कर घुसे चार अज्ञात लोगों ने पिस्तौल की नोक पर 45 मिनट तक मनमानी की थी और 6.15 लाख रुपये की संपत्ति की डकैती की थी. घर से निकलने से पूर्व पूर्व डॉ त्रिपाठी, उनकी पत्नी राधा त्रिपाठी और पुत्री सुनीता को पूजा रूम में बंद कर दिया था. शोर मचाने पर पड़ोसियों ने आकर उन्हें कमरे से बाहर निकाला था. चारों के पास पिस्तौल थी. जिसे उन्होंने सभी के ऊपर तान रखी थी. डकैत केवल नकदी और गहने लेकर चले गये थे.