जमशेदपुर: टाटा स्टील के कर्मचारियों के लंबित वेज रिवीजन को लेकर मंगलवार को वार्ता हुई. इस वार्ता के दौरान मैनेजमेंट और यूनियन के बीच जिच कायम रही. मंगलवार को टाटा स्टील के वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी के स्तर पर मीटिंग हुई.मैनेजमेंट अपनी जिद्द पर फिर कायम हो गया तो यूनियन का भी रुख पांच साल के समझौता परअटका रहा. बातचीत का रास्ता नहीं निकलने पर तय किया गया कि वे फिर इस मसले को लेकर बातचीत करेंगे. इसके बाद आगे की कोई वार्ता होगी.
अप्रैल में समझौता करने का लक्ष्य
वैसे जिच कायम है, लेकिन अप्रैल माह में समझौता करने के लक्ष्य के साथ बातचीत चल रही है. उम्मीद है कि एमडी के साथ वार्ता होने के बाद नये सिरे से बातचीत का रास्ता निकल सकता है.
उल्लेखनीय है कि वेज रिवीजन के मुद्दे पर अब तक सात राउंड की वार्ता हो चुकी है लेकिन यूनियन और मैनेजमेंट अभी भी आमने-सामने है.
अब तक की वार्ता
करीब सात राउंड वार्ता हो चुकी है, जिसमें दोनों पक्ष आमने -सामने है
मैनेजमेंट कह रही है कि एमजीबी कम देंगे और सात साल का समझौता हो
यूनियन की दलील है कि एमजीबी कम भले ही मिल जाये, लेकिन पांच साल से अधिक का समझौता नहीं होगा
दो अप्रैल को संपन्न वार्ता में मैनेजमेंट ने नरम रुख किया और यूनियन ने सकारात्मक रुख अपनाया, जिसके बाद से वार्ता नहीं हो पायी है