कुछ लाइन में आंशिक उत्पादन हुआ. बाइ सिक्स कर्मियों से वार्ता के लिए प्रबंधन के वरीय अधिकारी धरनास्थल पर पहुंचे. लेकिन कर्मचारियों की मांग थी कि प्लांट हेड को धरनास्थल पर बुलाया जाये. बाद में आंदाेलनकारी बाइ सिक्स कर्मियों ने जाकर प्रबंधन से बात की, लेकिन बात नहीं बनी. देर रात तक प्रबंधन व अस्थायी कर्मियों में बातचीत जारी थी.
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टाटा मोटर्स : अस्थायी कर्मी हड़ताल पर
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के अस्थायी कर्मियों ने वेज रिवीजन के बाद पे स्लिप में गड़बड़ी व स्थायीकरण की मांग को लेकर बुधवार को सुबह से काम बंद कर दिया. अपनी मांगों को लेकर टाटा माेटर्स के सभी प्लांट के करीब 3000 कर्मचारी जेनरल ऑफिस गोलचक्कर पर पहुंच कर धरने पर बैठ गये. अस्थायी कर्मियों के […]
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स के अस्थायी कर्मियों ने वेज रिवीजन के बाद पे स्लिप में गड़बड़ी व स्थायीकरण की मांग को लेकर बुधवार को सुबह से काम बंद कर दिया. अपनी मांगों को लेकर टाटा माेटर्स के सभी प्लांट के करीब 3000 कर्मचारी जेनरल ऑफिस गोलचक्कर पर पहुंच कर धरने पर बैठ गये. अस्थायी कर्मियों के धरने पर बैठने के कारण कंपनी का उत्पादन तीनों शिफ्टों में लगभग ठप रहा.
हंगामे की सूचना मिलने पर प्लांट हेड संपत कुमार ने वार्ता के लिए कर्मचारियों को बुलाया, लेकिन कर्मचारी गोलचक्कर पर ही वार्ता की मांग पर अड़े रहे. कर्मचारियों का कहना था कि जब तक वेतन में संशोधन और स्थायीकरण की घोषणा नहीं होगी तब तक कोई भी कर्मचारी काम पर नहीं जायेगा. प्लांट थ्री, प्लांट वन और वर्ल्ड ट्रक में कामकाज लगभग ठप रहा. इसके अलावा कई अन्य प्लांट में भी कामकाज प्रभावित हुआ.
मंगलवार से ही था कर्मचारियों में आक्रोश. वेज रिवीजन में डीए में कटौती और स्थायीकरण नहीं होने को लेकर मंगलवार से ही कर्मियों में आक्रोश था. यह आक्रोश बुधवार की सुबह की पाली (सुबह छह से दोपहर दो बजे) में और बढ़ गया. सबसे पहले प्लांट थ्री से सभी बाइ-सिक्स कर्मचारी बाहर निकल गये. शॉप फ्लोर से निकलने के बाद जुलूस की शक्ल में पहले वर्ल्ड ट्रक, फाउंड्री और लाइन वन व लाइन टू में काम बंद करा दिया. इसके बाद सभी अस्थायी कर्मी कंपनी के मुख्य गेट के अंदर जेनरल ऑफिस गोलचक्कर पर आकर बैठ गये. लगभग तीन हजार अस्थायी कर्मचारी वहां जुट गये थे. स्थिति को देखते हुए प्लांट हेड संपत कुमार ने उन्हें वार्ता के लिए बुलाया लेकिन वे नहीं माने. दोपहर के वक्त कुछ लोग मैनेजमेंट से बातचीत करने गये, लेकिन कोई रिजल्ट नहीं निकला. इस बीच दोपहर की पाली के मजदूर भी वहां जुट गये. मजदूरों ने शाम में वार्ता करने आये टीएमएल एंड ड्राइवलाइंस यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते व अन्य लोगों को भी हुटिंग कर लौटा दिया. प्लांट हेड भी देर रात बातचीत करने आये, लेकिन बातचीत नहीं हो पायी. देर रात तक कोई रास्ता नहीं निकल पाया था.
उत्पादन प्रभावित नहीं : प्रबंधन
प्रबंधन की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि उत्पादन प्रभावित नहीं हुआ है. सामान्य तरीके से उत्पादन हो रहा है. अस्थायी कर्मचारियों के कुछ लोग वेस्टेड इंटरेस्ट से वेतन समझौता पर स्पष्टीकरण चाहते हुए आंदोलन कर रहे हैं जबकि अगस्त माह में ही टाटा मोटर्स में वेज रिवीजन समझौता हो चुका है, जिसको लागू कर दिया गया है.
ये हैं कर्मचारियों की मांगें
1. वेज रिवीजन समझौता में स्थायी व अस्थायी कर्मचारियों की सभी श्रेणी के मजदूरों को डीए
2. वेज रिवीजन के वक्त ही स्थायीकरण होना चाहिए था, पर ऐसा नहीं हुआ
3. हर साल स्थायीकरण का पूल बनाया जाये ताकि पूर्ववत स्थायीकरण होता रहे
4. कर्मचारियों का वेतन बढ़ने के बजाय घट गया है. एमओपी जोड़ देने से और ज्यादा नुकसान हो रहा है
5. सभी अस्थायी कर्मचारियों को इएसआइ की सुविधा दी गयी है, लेकिन इसएसआइ डिस्पेंसरी नहीं खुला, जबकि टेल्को में इएसआइ डिस्पेंसरी खोलने की बात थी, इसे तत्काल खोला जाये
6. टीएमएसटी से स्थायीकरण तक में तीन बार मेडिकल जांच नहीं करायी जाये, टीएमएसटी के वक्त ही फाइनल मेडिकल जांच हो
7. अस्थायी कर्मियों का भी यूनियन हो जो इनके भविष्य से संबंधित फैसला लेने में शामिल हो.
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