जमशेदपुर: 2019 में होने वाले लोकसभा-विधानसभा चुनाव में जिले के सभी छह विधानसभा के सभी बूथों (जिले में 1885 बूथ) में वीवी पैट मशीन का उपयोग किया जायेगा. 2014 विधानसभा चुनाव में सिर्फ जमशेदपुर पश्चिम अौर जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के बूथों में मशीन का इस्तेमाल किया गया था. चुनाव आयोग ने 2019 के चुनाव में सभी बूथों में वीवी पैट के इस्तेमाल किये जाने की जानकारी जिला प्रशासन को दी है.
2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव तैयारी के तहत इसी माह के अंत तक वीवीपैट अौर इवीएम उपलब्ध हो जायेंगे. 18 सितंबर को उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी अमित कुमार मतगणना हॉल, स्ट्रांग रूम अौर इवीएम वेयर हाउस में इवीएम संधारण की क्षमता का जायजा लेंगे.
दूसरी अोर जिला निर्वाचन शाखा ने सभी इआरअो, बीडीअो अौर सीअो को पत्र लिख कर बरसात में ध्वस्त हुए मतदान केंद्रों की सूची मांगी है, ताकि उसे बदलने का प्रस्ताव आयोग को भेजा जा सके. विभाग को मुसाबनी के एक मतदान केंद्र के बारिश में ध्वस्त होने की जानकारी मिली है. साथ ही वैसे मतदान केंद्र जहां वोटरों की संख्या 14 सौ से अधिक हो गयी है वहां के अतिरिक्त वोटरों को निकटवर्ती मतदान केंद्र (उसी भवन में) एडजस्ट करने का प्रस्ताव भेजने कहा है.
वोट को रिकार्ड करती है वीवी पैट मशीन
वीवी पैट यानी वोटर वेरिफायबल पेपर अॉडिट ट्रेल एक प्रिंटर मशीन है जो इवीएम की बैलेट यूनिट से जुड़ी होती है. वोटिंग के समय वीवीपैट से एक पर्ची निकलती है, जिसमें उस पार्टी अौर उम्मीदवार की जानकारी होती है जिसे वोटर ने वोट दिया है. इवीएम का बटन दबाने के साथ वीवीपैट पर पारदर्शी खिड़की से वोटर को पता चल जाता है कि उसने जिस उम्मीदवार को वोट दिया, वोट उसी को गया. चंद सेकेंड के लिए पर्ची पारदर्शी खिड़की से दिखती है उसके बाद बॉक्स में गिर जाती है. मतगणना के दौरान किसी विवाद की स्थिति में वीवीपैट बॉक्स की परची को गिन कर इवीएम परिणाम से मिलान कराया जाता है.