जमशेदपुर. बैंककर्मी मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान बैंकों में कामकाज नहीं होगा. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की ओर से हड़ताल के पूर्व संध्या पर सोमवार को जुलूस निकालकर हड़ताल का समर्थन किया गया. बिष्टुपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से बैंककर्मियों ने रैली निकली, जिसमें कर्मचारी के साथ अधिकारी भी शामिल हुए. सेंट्रल बैंक से निकाली गयी रैली बैंक ऑफ बड़ौदा के समीप सभा में तब्दील हो गयी.
सभा को फोरम के संयोजक आरबी सहाय, जिला महासचिव सुजीत घोष, झारखंड प्रदेश बैंक इंप्लाइज एसोसिएसन के उपाध्यक्ष नीलकात दास, उपमहासचिव सपन कुमार अदख, संयुक्त सचिव अमिताभ घोष व जेडीआइइए के महासचिव गिरीश ओझा ने संबोधित किया. वक्ताओं ने केंद्र सरकार को राष्ट्र विरोधी करार देते हुए कहा कि सरकार ने बैंकों का निजीकरण कर अर्थव्यवस्था को दूसरे हाथों में सौंपने की तैयारी कर ली है.
राष्ट्रीयकृत बैंकों को मजबूत करने की बजाय सरकार बैंकों के विलय पर बयान देकर कर्मचारियों-अधिकारियों का मनोबल तोड़ रही है. इन्ही मुद्दों को लेकर फोरम ने 22 अगस्त को बैंक हड़ताल और 15 सितंबर को संसद घेराव की घोषणा की है. वहीं स्टेट बैंक के सामने आयोजित जुलूस व सभा का नेतृत्व संयोजक सपन दास ने किया. इस मौके पर एसके दासगुप्ता, रिंटू रजक, गोपाल रजक, डीएन सिंह आदि मौजूद थे.
जुलूस में शामिल बैंकों के कर्मचारी : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक, यूनाइटेड बैंक, कारपोरेशन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, देना बैंक, आध्रा बैंक, सिंडिकेट बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, इलाहाबाद बैंक, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, विजया बैंक, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर के अलावा निजी क्षेत्र फेडरल बैंक, साउथ इंडियन बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, बैंक ऑफ कर्नाटका, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक व को-आपरेटिव बैंक के कर्मचारी-अधिकारी.