टंडवा: बिजली को लेकर महासंग्राम तेज हो गयी है. इसको लेकर शुक्रवार को पूरा टंडवा बंद रहा. बंद पूरी तरह अभूतपूर्व व ऐतिहासिक रहा. भू रैयत विस्थापित बिजली संघर्ष समिति द्वारा बुलायी गयी बंद पूरी तरह सफल रही. बंदी में सरकारी व गैर सरकारी संस्थान, संचालित बैंक, पेट्रोल पंप बंद रहे. बंदी को लेकर कोयला ढुलाई भी प्रभावित रही. शुक्रवार की सुबह पांच बजे से ही विस्थपित छह गांव के लोग संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश सोनी के नेतृत्व में सड़क पर उतर और परिवहन कार्य ठप करवा दिया.
इसके बाद रैयतों की सभा इंद्रा चौक पर हुई. सभा में लोगों ने एनटीपीसी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. मौके पर राजेश सोनी ने कहा कि बिजली नहीं मिली, तो आंदोलन की लौ दिल्ली तक चलेगी. वही अक्षयवट पांडे ने कहा कि एनटीपीसी को अपनी नीति बदलनी पड़ेगी, सुभाष दास ने कहा कि बिजली नहीं, तो प्लांट नहीं को लेकर होगा आंदोलन, मिथिलेश गुप्ता ने कहा कि बिजली जनता की जरूरत है. मानवीय मूल्यों के आधार पर एनटीपीसी बिजली दें.
तारकेश्वर गुप्ता ने कहा कि हमने अपनी जमीन अपना भविष्य को देखते हुए एनटीपीसी को दी थी जो अब दांव पर लग गया है. सुनील सिन्हा ने कहा कि सांसद विधायक के आगे आने से आंदोलन को बल मिलेगा. सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि गांधीवादी नीति से काम नहीं बनने पर भगत सिंह की नीति अपनाने पर बल दिया. बंद को सफल बनाने में गणेश गुप्ता, मिथिलेश गुप्ता, तारकेश्वर गुप्ता, अक्षयवट पांडे, अनूप पांडे, अरविंद पांडे, रंजीत गुप्ता, रौशन अंसारी, नारायण महतो, जत्तू गोप, नइमुद्दीन, रौशन, रियासत, विशाल गुप्ता, राकेश गुप्ता, कैलाश गुप्ता, नथू गुप्ता, शंकर गुप्ता आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
सामाजिक लोगों ने पानी पिलाया: आंदोलन में सामाजिक लोगों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है. बंद करा रहे लोग चिलचिलाती धूप में दिन भर मुख्य चौक-चौराहों पर जमे रहें, जिन्हें बबलू गुप्ता, विकास भूषण, संतोष गुप्ता आदि ने अपने सौजन्य से पानी पिलाया.
मांगो को लेकर वार्ता 27 को: भाजपा द्वारा बिजली समेत सौंपे गए आठ सूत्री मांगों को लेकर वार्ता 27 मई को प्रखंड मुख्यालय में बुलायी गयी है. इस बावत अंचल अधिकारी ने एनटीपीसी समूह महाप्रबंधक को पत्र प्रेषित कर वार्ता की सूचना दी है. पत्र की प्रतिलिपि बीस सूत्री अध्यक्ष मिथिलेश गुप्ता, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं समेत टंडवा, राहम, कल्याणपुर, गाड़ीलौंग व मुखिया को आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा 13 जून को बिजली के आंदोलन में हमेशा अपनी आवाज बुलंद करने वाले लोक विस्थापित संघर्ष समिति के लोगों ने आमरण अनशन की घोषणा की है. समिति के संतोष नायक, रंजीत नायक, बासुदेव रविदास, जयनंदन रजक, विशुनदेव सोनी, अजित नायक 13 जून से विधानसभा के समक्ष बिजली बहाल करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठेंगे.