हजारीबाग/बरही : आजसू नेता व वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष तिलेश्वर साहू की हत्या में शामिल दो अपराधियों का पुलिस अब तक सुराग नहीं लगा सकी है. पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है. इस दौरान पता चला कि तिलेश्वर साहू को गोली मारने वाले सूरज उर्फ नीतीश और मोहित का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है.
बरही और हजारीबाग पुलिस टीम ने हिलसा थाना में दोनों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की. पुलिस टीम ने सूरज उर्फ नीतीश के गांव फिरोजपुर मरांची हिलसा नालंदा बिहार, जाकर पूरी जानकारी ली. सूरज उर्फ नीतीश के तीन भाई है. एक भाई पंजाब में काम करता है. दूसरा भाई गांव में खेती-बारी करता है. सूरज उर्फ नीतीश ने दसवीं तक की पढ़ाई की है. मोहित के गांव में परिवार के लोग नहीं मिले. गौरतलब है कि तिलेश्वर साहू की हत्या के बाद मौके से सूरज को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि मोहित व गणोश शंकर भाग निकले थे.
गणोश शंकर अपराधी है : पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों युवकों को अपराधी गणोश शंकर लेकर बरही आया था. इसी ने सूरज उर्फ नीतीश को दो कट्टा व गोली और मोहित को दो कट्टा और गोली व विस्फोटक दिया था. इसके अलावा पूरी योजना बनाने में शामिल था. पुलिस इसे खोजने हिलसा नालंदा के चिकसोरा गांव गयी थी. लेकिन इसके परिवार का कोई सदस्य नहीं मिला. गणोश के अपराध से जुड़े होने के पक्के सबूत पुलिस को मिले हैं.
हत्या में भाजपा नेता विनोद यादव की संलिप्तता ! : तिलेश्वर साहू को गोली मारनेवाला सूरज उर्फ नीतीश को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ दूसरे दिन भी जारी रही. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बरही केदारूत गांव के भाजपा नेता विनोद यादव पर संदेह व संलिप्तता स्पष्ट हो गयी है. पुलिस विनोद यादव को गिरफ्तार करने के लिए झारखंड बिहार के कई जिलों में छापामारी कर रही है. भाजपा नेता की गिरफ्तारी के बाद तिलेश्वर हत्या का पूरा खुलासा हो जायेगा. विनोद यादव की संलिप्तता हत्या में जाहिर हो रही है.