राजनीित : हजारीबाग में विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से सरगर्मी
हजारीबाग :हजारीबाग जिले की पांच विधानसभा सीटों में भाजपा से उम्मीदवारी की होड़ है, वहीं यूपीए के नेताओं को महागठबंधन का इंतजार है. विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनीतिक समीकरण तेजी से बदलने लगे हैं. सभी विधानसभा सीटों पर अभी से नेता ताकत झोंक रहे हैं. कयास लगाया जा रहा है कि एनडीए और यूपीए से उम्मीदवारी के बाद भी समीकरण बदलने की संभावना है. एक पार्टी से दूसरी पार्टी जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है.
बरही विधानसभा: यहां कांग्रेस से सीटिंग उम्मीदवार मनोज यादव हैं. वहीं भाजपा से उमाशंकर अकेला यादव, साबी देवी, गणेश यादव व टुन्नू गोप उम्मीदवारी की दौड़ में हैं. अब तक यहां मनोज यादव और अकेला यादव के बीच सीधा मुकाबला का रहा है. 2014 के विधानसभा चुनाव में साबी देवी के चुनाव लड़ने से त्रिकोणीय मुकाबला हुआ था, लेकिन राजनीतिक उथल-पुथल के बाद भी इस सीट पर भाजपा-कांग्रेस का सीधा मुकाबला तय माना जा रहा है.
इस सीट पर कांग्रेस के मनोज यादव की लगातार उपस्थिति दिख रही है. वहीं उमाशंकर अकेला का जयंत सिन्हा से राजनीतिक मनमुटाव सार्वजनिक है. साबी देवी या अकेला यादव के उम्मीदवारी नहीं बनाने पर दल बदल व नये समीकरण बनेंगे, इसे भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
बरकट्ठा विधानसभा: पिछले विधानसभा चुनाव में बरकट्ठा सीट पर भाजपा के अमित यादव और झाविमो के जानकी यादव के बीच मुकाबला था. जानकी यादव जीत कर विधायक बने, उसके बाद भाजपा में शामिल हो गये. ऐसे में भाजपा के पास दो उम्मीदवार चुनाव के लिए हैं. कई नये उम्मीदवार भी दावेदारी कर रहे हैं.
वहीं यूपीए महागठबंधन से भी उम्मीदवारों की दावेदारी कम नहीं है. यहां कयास लगाया जा रहा है कि अमित और जानकी में जिसे टिकट नहीं मिलेगा, वे दलबदल व समीकरण बना सकते हैं. इस विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार सामने आने के बाद ही महागठबंधन का चेहरा साफ होने का कयास लगने लगा है.
मांडू विधानसभा: मांडू में वर्तमान विधायक जयप्रकाश भाई पटेल के भाजपा में शामिल होने के साथ ही राजनीतिक समीकरण बदलने लगे हैं. पिछले चुनाव में भाजपा से चुनाव लड़नेवाले महेश सिंह समेत कई दावेदारों की रणनीति क्या होगी, यह चुनाव के वक्त स्पष्ट हो जायेगा.
वैसे इस सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की चुनावी तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गयी है. आजसू पार्टी भी सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. भाजपा-आजसू गठबंधन से उम्मीदवार सामने आयेंगे. जेपी पटेल ने समर्थकों के साथ बैठक कर इसकी घोषणा कर दी है कि चुनाव आचार संहिता लगने से पहले वह भाजपा में शामिल हो जायेंगे.
बड़कागांव विधानसभा: बड़कागांव विधानसभा सीट आजसू पार्टी एनडीए गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. वहीं भाजपा उम्मीदवार भी क्षेत्र में भ्रमण करने में पीछे नहीं है. आजसू से रौशन चौधरी कांग्रेस की निर्मला देवी से काफी कम वोट से हारे थे.
इस बार विधानसभा का राजनीतिक समीकरण बदला रहेगा, क्योंकि गठबंधन होने पर एनडीए से भाजपा और आजसू में से एक उम्मीदवार होगा. वहीं यूपीए से झामुमो, झाविमो,राजद और कांग्रेस से एक उम्मीदवार होगा. ऐसे में झामुमो से संजीव बेदिया को मैदान से बाहर होना पड़ेगा, जबकि झाविमो से चुनाव लड़े शिवलाल महतो कांग्रेस में आ गये हैं. कई निर्दलीय उम्मीदवार भी क्षेत्र भ्रमण कर रहे हैं. अंतिम समय में किसी दल में शामिल होकर चुनाव लड़ने के प्रयास में भी हैं.
सदर विधानसभा: हजारीबाग सदर विधानसभा में पिछले कई चुनाव में भाजपा और कांग्रेस बीच सीधा मुकाबला हुआ है. भाजपा विधायक मनीष जायसवाल के मुकाबले चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे प्रदीप प्रसाद भाजपा में ही शामिल हो रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस के उम्मीदवार का चेहरा नया होना तय है, लेकिन कांग्रेस नेताओं के बीच आपसी कलह का फायदा भाजपा अभी से उठा रही है.