हजारीबाग : आंगनबाड़ी केंद्रों में 15 जुलाई से सूखा पैकेटिंग राशन (माइक्रो न्यूट्रियंट पंजीरी व न्यूट्रो उपमा फूड) का वितरण शुरू होगा. छह माह से तीन वर्ष के बच्चों के बीच माइक्रो न्यूट्रियंट पंजीरी फूड तथा गर्भवती व धातृ महिलाओं के लिए माइक्रो न्यूट्रियंट फोर्टिफाइड न्यूट्रो उपमा फूड दिया जायेगा. सोमवार को हजारीबाग टाउन हॉल में प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में प्रमंडल के सभी जिला समाज कल्याण महिला एवं बाल विकास पदाधिकारी तथा सीडीपीओ ने हिस्सा लिया. सभी सीडीपीओ, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका को प्रशिक्षण की व्यवस्था करेंगे.
पैकेटिंग फूड के अलग-अलग रंग : आंगनबाड़ी केंद्रों में सूखा पैकेटिंग पोषक आहार अलग-अलग पैकेट में उपलब्ध होगा. छह माह से तीन वर्ष के बच्चों के लिए माइक्रो न्यूट्रियंट फोर्टिफाइड पंजीरी फूड पीला रंग के पैकेट में होगा. इसका वजन 750 ग्राम होगा. गर्भवती महिलाओं को माइक्रो न्यूट्रियंट फोर्टिफाइड न्यूट्रो उपमा नारंगी रंग व धातृ महिलाओं के लिए माइक्रो न्यूट्रियंट फोर्टिफाइड न्यूट्रो उपमा हरा रंग के पैकेट में होगा. जिसका वजन 900 ग्राम होगा. एक पैकेट सप्ताह भर का होगा.
बच्चों के लिए 125 ग्राम व गर्भवती व धातृ महिलाओं के लिए 150 ग्राम प्रतिदिन का खुराक निर्धारित किया गया है. इसमें 526.71 किलो कैलोरी व 16.05 ग्राम प्रोटीन है. इसमें गेहूं, रागी, सोया, चना दाल का आटा मिला है. खाद्य तेल, चीनी पाउडर भी इसमें है.
तीन माह के बाद सूखा पैके टिंग फूड होगा खराब : समाज कल्याण महिला बाल विकास विभाग के सहायक निदेशक राजीव रंजन ने कहा कि माइक्रो न्यूट्रियंट फोर्टिफाइड पंजीरी व उपमा तीन माह तक बेहतर उपयोग हो सकता है. समाज कल्याण विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि पोषाहार का उपयोग कम से कम 60 दिनों तक लाभुक द्वारा किया जा सकता है. यदि आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर पैकेट अवशेष रह जाते हैं. जिसका उपयोग समय सीमा के अंदर नहीं होता है. ऐसी स्थिति में सीडीपीओ जिम्मेवार होंगे.
उपयोग के तरीके : गुनगुने उबले पानी या दूध में माइक्रो न्यूट्रियंट फोर्टिफाइड पंजीरी व उपमा को अच्छी तरह मिला लें. तैयार फूड को दो घंटा से ज्यादा न रखें. 125 ग्राम एक दिन में तीन या चार बार बच्चों को खिलायें. कटे फटे पैकेट का उपयोग न करें. पैकेट खोलने के बाद माइक्रो न्यूट्रियंट फोर्टिफाइड पंजीरी फूड को हवा बंद डब्बे में रखें. उपयोग के पहले हाथ को अच्छी तरह धो लें.
उपस्थित लोग : इस मौके पर हजारीबाग जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मधुमिता कुमारी, सीडीपीओ डॉ रेखा रानी, वीणा गुप्ता, राखी चंद्रा, सूरजमुनी कुमारी, प्रतिमा कुमारी, कृष्णा टोप्पो सहित प्रमंडल के सभी सीडीपीओ उपस्थित थे.