कुलपति प्रो रमेश शरण ने कहा की युवाओं को सामाजिक एवं संस्कृति मूल्यों के अनुरूप जीवन जीना चाहिये. युवाओ के बल पर ही सामाजिक क्रांति संभव है. कुरीतियों से संघर्ष कर देश एवं समाज के प्रति युवा अपना दायित्व निभा सकते हैं.
प्रतिकुलपति प्रो कुनुल कंडीर ने कहा की युवा अपने परंपरागत सामाजिक एव सांस्कृतिक पहलुओं का पालन कार अपने सामाजिक दायित्व को निभाने में सफल हो सकते हैं. एनएसएस समन्वयक डॉ विनोद रंजन ने स्वागत भाषण में कहा की समय एवं देश के अनुरूप एक दूसरे से अच्छे संबंध बनाते हुए सामाजिक दायित्व का निर्वहन स्वयंसेवक करें. कार्यक्रम में एनएसएस क्षेत्रीय निदेशक दीपक कुमार पटना, कार्यक्रम में प्रतिकुलपति प्रो कुनुल कंडीर, ओम प्रकाश, डॉ एम आलम, डॉ मार्गरेट लकड़ा, डॉ शुकल्याण मोइत्रा, टीके पांडा कोलकाता आदि उपस्थित थे.