विवि में विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा पर जोर दिया जाता है, ताकि पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद उचित रोजगार मिल सके. अनुशासन के महत्व के बारे में भी विद्यार्थियों को बताया गया. कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि विद्यार्थियों के मार्गदर्शन को लेकर सभी प्राध्यापक मौजूद हैं. सही समय पर परीक्षा और परीक्षाफल प्रकाशित किया जाता है.
कला, विज्ञान, प्रबंधक, कृषि, वाणिज्य, लाइब्रेरी साइंस, योग विज्ञान संकाय की पढ़ाई होती है. यहां स्नात्तक, स्नात्तकोत्तर, डिप्लोमा की पढ़ाई होती है. एकेडमिक डीन डॉ धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि वैज्ञानिक युग में नये-नये शोध कार्य हो रहे हैं. आप सभी पढ़ाई के साथ-साथ शोध कार्य में भी ज्यादा से ज्यादा रुचि लें, ताकि नयी खोज का मौका मिल सके. किसी भी समस्या के समाधान के लिए हर समय मौजूद हूं डॉ रूद्र नारायण विभागाध्यक्ष इतिहास विभाग ने कहा कि इतिहास विषय आज के सभी प्रतियोगी परीक्षा के लिए बहुत ही उपयोगी है. शिक्षक के संपर्क में रहें. माता-पिता का आदर करें. मौके पर कृषि विभाग विभागाध्यक्ष डॉ अरविंद कुमार, राजनीति विभाग के विभागाध्यक्ष विजेता श्रीवास्तव, प्रबंधक विभाग विभागाध्यक्ष ओम प्रकाश मेहता, कंप्यूटर और आइटी विभाग विभागाध्यक्ष सिद्धार्थ कुमार, वाणिज्य विभाग विभागाध्यक्ष वर्णवाल कुमार, अंग्रेजी विभाग विभागाध्यक्ष प्रीति पूर्णिमा बक्सला, समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष निर्मला कुमारी, भूगोल विभाग विभागाध्यक्ष सोमनाथ कुमार, लाइब्रेरी साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष त्रिलोचयन पांडेय सभी ने अपने-अपने विभागों के बारे में जानकारी प्रदान ली. इसके अलावा शिक्षकेत्तर राजेश कुमार, सौरव सरकार, श्याम सुंदर साहू, आलोक कुमार, अनुपमा कुमारी, मेघा कुमारी, माधवी मेहता उपस्थित थे.