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जिले में 950 हेक्टेयर भूमि पर होगा 4,49,900 पौधरोपण, पौधरोपण कराने के लिए वन विभाग गुमला ने कार्ययोजना बनायी

वनों का संवर्द्धन, प्राकृतिक पुजर्ननन एवं भू-संरक्षण योजना तथा कैंपा मद समापन अंतर्गत वनों का संवर्द्धन, प्राकृतिक पुनर्जनन, जल एवं भू संरक्षण योजना के तहत होगा. इन योजना के तहत पौधरोपण होने से न केवल वनक्षेत्र का विस्तार होगा, बल्कि जिन-जिन वनों में पेड़ों की संख्या कम है. वहां-वहां पेड़ों की संख्या भी बढ़ेगी.

इस वर्ष बरसात के मौसम में वन विभाग गुमला द्वारा जिले भर में 4,49,900 पौधरोपण कराया जायेगा. 4,49,900 पौधारोपण से जिले भर का कुल 950 हेक्टेयर भू-भाग अच्छादित होगा. यह पौधरोपण अधिसूचित वन भूमि पर वृक्षारोपण एवं भू-संरक्षण योजना (अवकृष्ठ वनों का पुनर्वास योजना एक हजार पौधा प्रति हेक्टेयर), अधिसूचित वन भूमि पर वृक्षारोपण एवं भू-संरक्षण योजना (वन भूमि पर पौधरोपण योजना 1666 पौधा प्रति हेक्टेयर),

वनों का संवर्द्धन, प्राकृतिक पुजर्ननन एवं भू-संरक्षण योजना तथा कैंपा मद समापन अंतर्गत वनों का संवर्द्धन, प्राकृतिक पुनर्जनन, जल एवं भू संरक्षण योजना के तहत होगा. इन योजना के तहत पौधरोपण होने से न केवल वनक्षेत्र का विस्तार होगा, बल्कि जिन-जिन वनों में पेड़ों की संख्या कम है. वहां-वहां पेड़ों की संख्या भी बढ़ेगी.

बताते चलें कि पेड़ जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इन योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए वन विभाग ने रूपरेखा तैयार कर ली है. जिले भर में चरणबद्ध तरीके से पौधरोपण कराया जायेगा.

2,49,900 पौधा का वनभूमि पर होगा पौधरोपण

सबसे अधिक पौधरोपण वन भूमि पर पौधरोपण योजना के तहत होगा. योजना के तहत दो लाख 49 हजार 900 पौधरोपण कराया जायेगा. जिसमें बसिया प्रखंड अंतर्गत पंथा के 30 हेक्टेयर वनभूमि पर 49980 पौधा, सदर प्रखंड गुमला अंतर्गत पहाड़पनारी के 20 हेक्टेयर वनभूमि पर 33320 पौधा एवं सिसई प्रखंड अंतर्गत समल के 50 हेक्टेयर वनभूमि पर 83300 पौधा, कानारोवा के 40 हेक्टेयर वनभूमि पर 66640 पौधा व करंज के 10 हेक्टेयर वनभूमि पर 16660 पौधरोपण कराया जायेगा.

80 हजार पौधे लगाये जायेंगे :

वनों का संवर्द्धन, प्राकृतिक पुनर्जनन, जल एवं भू संरक्षण योजना के तहत 80 हजार पौधे लगाये जायेंगे. इसमें सदर प्रखंड गुमला अंतर्गत हेठजोरी, बरकनी, बसिया प्रखंड अंतर्गत मंझकेरा, हापू, चैनपुर प्रखंड अंतर्गत केराबार, केड़ेंगे, चितरपुर व मंझगांव के 50-50 हेक्टेयर वनभूमि पर 10-10 हजार पौधरोपण कराया जायेगा.

जादी व नीचडुमरी में 50 हजार पौधे लगाये जायेंगे.

वनों के पुनर्वास योजना के तहत 50 हजार पौधरोपण कराया जायेगा. जिसमें रायडीह प्रखंड अंतर्गत जादी व निचडुमरी के 25-25 हेक्टेयर वनभूमि पर 25-25 हजार पौधरोपण कराया जायेगा.

क्या कहते हैं अधिकारी

वन विभाग गुमला के वन प्रमंडल पदाधिकारी श्रीकांत ने बताया कि इस वर्ष बरसात के मौसम में पौधरोपण कराने के लिए विभाग द्वारा कार्ययोजना तैयार कर ली गयी है. पौधरोपण कराने के लिए स्थानीय ग्रामीणों का सहयोग लिया जायेगा. जिससे पौधरोपण भी होगा और स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा.

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