गुमला : एसएसपीएस बैंक ऑफ इंडिया द्वारा संत इग्नासियुस हाई स्कूल स्थित एराउज सभागार में आयोजित सात दिवसीय मशरूम की खेती विषयक प्रशिक्षण का समापन गुरुवार को हुआ.
मौके पर संस्था के निदेशक अलेक्जेंडर मिंज ने कहा कि मशरूम की खेती का प्रशिक्षण तभी सफल माना जायेगा, जब सभी प्रशिक्षु मशरूम की खेती को स्वरोजगार के रूप में अनायेंगे. चूंकि सभी प्रशिक्षु महिला मंडल की सदस्या हैं. इसलिए सभी महिलाएं महिला मंडल से पूंजी लेकर मशरूम की खेती शुरू करें. यदि महिलाओं के पास पूंजी का अभाव है तो बैंक से भी पूंजी लेकर मशरूम की खेती कर सकती हैं.
मुख्य प्रशिक्षक सुशीला मिंज ने कहा कि सात दिनों में सभी प्रशिक्षु महिलाओं को मशरूम की खेती पर बहुत ही बारीकी से प्रशिक्षण दिया गया है. इसके बाद भी यदि खेती के दौरान किसी किस्म की कोई कठिनाई होती है, तो वे उनसे संपर्क कर सकती हैं.
मशरूम की खेती करने के लिए मशरूम बीज बिरसा विश्वविद्यालय कांके रांची व रामकृष्ण मिशन मोरहाबादी रांची से मंगवा कर उपलब्ध करायी जा सकती है. प्रशिक्षण में गुमला, रायडीह व पालकोट के चार पंचायतों के कुल 39 महिला प्रशिक्षुओं ने भाग लिया.
इस अवसर पर प्रशिक्षु महिलाओं के बीच मशरूम खेती पर प्रमाण पत्र दिया गया. इस अवसर पर एसएसपीएस गुमला के विजय बहादुर सिंह, अभय ऋण परामर्श केंद्र के बिरसा तुरी, एराउज के फादर थॉमस बारला ने भी अपने-अपने विचार प्रकट किये. मौके पर कार्यालय सहायक विनीत सोनी व संजय केरकेट्टा मुख्य रूप से उपस्थित थे.