गुमला : जिला जल एवं स्वच्छता मिशन गुमला में गबन की राशि बढ़ती जा रही है. पूर्व में एक करोड़ 16 लाख 52 हजार रुपये गबन की पुष्टि हुई थी. लेकिन इधर, लगातार विभाग के अधिकारियों द्वारा जांच किये जाने के बाद गबन की राशि बढ़ रही है. जांच में गबन की राशि बढ़ कर एक करोड़ 25 लाख 26 हजार रुपये हो गयी है.
हालांकि विभाग के कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार ने कहा कि फर्जी हस्ताक्षर कर निकासी की गयी राशि की जांच हो रही है. यह राशि और बढ़ सकती है. अभी सिर्फ गुमला प्रखंड के विभिन्न खातों में ट्रांसफर की गयी राशि है. दूसरे प्रखंडों में भी कितनी राशि ट्रांसफर की गयी है, इसकी भी जांच चल रही है. श्री झा ने कहा कि पासवर्ड कंप्यूटर ऑपरेटर व एकाउंटेंट के पास था. स्वच्छता मिशन के जो छह लोग हैं, उन्हीं लोगों में से किसी ने फर्जी हस्ताक्षर किया है.
हालांकि इसकी जांच की जा रही है. जांच के बाद सब स्पष्ट हो जायेगा कि इसमें कौन-कौन दोषी हैं. उन्होंने यह भी बताया कि मेरे गुमला में योगदान देने के समय यह नहीं बताया गया कि स्वच्छता मिशन से जुड़े कर्मियों का अनुबंध खत्म हो रहा है. मुझे भी भ्रम में रखा गया था. मई व जून माह में सभी का अनुबंध खत्म हो गया है. लेकिन मुझे जैसे ही पता चला कि स्वच्छता मिशन के सभी कर्मियों का अनुबंध खत्म हो गया है, मैंने मानदेय पर रोक लगा दी. उन्होंने सेवा विस्तार पर कहा कि यह निर्णय वरीय पदाधिकारी ही ले सकते हैं. इधर, थाने में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जिला समन्वयक धीरज कुमार व उज्ज्वल होता कार्यालय नहीं आ रहे हैं. ये दोनों अभी कहां हैं, इनका पता भी नहीं चल रहा. मोबाइल भी बंद कर दिया है.