दो वर्ष से लगा रहे हैं चक्कर
गुमला : गुमला प्रखंड का समसेरा गांव विगत दो वर्षो से अंधेरे में डूबा हुआ है. दो वर्ष पूर्व गांव में ग्रामीणों को बिजली कनेक्शन देने के बाद 10 केवीए का ट्रांसफारमर लगाया गया था. लेकिन क्षमता से कम केवीए का ट्रांसफारमर होने के कारण कुछ दिनों बाद ही जल गया. इसके बाद समसेरा गांव के ग्रामीण लगातार पावर हाउस गुमला का चक्कर लगा रहे हैं.
लेकिन नया ट्रांसफारमर उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. बिरसन महतो, सोमरा सिंह, कवि सिंह, परमानंद साहू, सोमरा खड़िया, नंदकिशोर सिंह, अगस्त साहू, संतोष साहू, राज मोहन साहू, विश्वनाथ महतो, कृष्णा सिंह, जानकी देवी, तारावंती देवी, सुगंती देवी, विमला देवी, शांति देवी आदि उपभोक्ताओं ने बताया कि विभाग के अधिकारी टालमटोल की नीति अपनाते हुए ग्रामीणों को समय पर समय दे रहे हैं. इधर शनिवार को विभाग के जेइ राजेंद्र उरांव ने गांव के ग्रामीणों को ट्रांसफारमर देने के लिए बुलाया.
ग्रामीणों के पहुंचने पर जेइ ने कहा कि 25 केवीए का ट्रांसफारमर लगाने से कोई फायदा नहीं होगा. 100 केवीए का ट्रांसफारमर का स्टीमिट बना दूंगा. लेकिन 10 हजार रुपये लगेगा. उपभोक्ताओं ने बताया कि जेइ और कार्यपालक अभियंता ट्रांसफारमर देने के नाम पर बार-बार गुमला बुलाते हैं और परेशान करते हैं. अब उनकी कारस्तानी से क्षुब्ध ग्रामीणों ने विभाग के जीएम से शिकायत करने का निर्णय लिया है.