गुमला : भारत ने पेट्रोल-डीजल के अंतर्राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत में आग लगी हुई है और भाजपा सरकार सिर्फ तमाशा देखने का काम कर रही है. अब यह जरूरी हो गया है कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाये. ये बातें एसटी आयोग के पूर्व चेयरमैन सह वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ रामेश्वर उरांव ने कही.
वे गुरुवार को गुमला के परिसदन में प्रेसवार्ता कर रहे थे. डॉक्टर उरांव ने कहा कि पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में आने से यह वर्तमान कीमत से भी आधी कीमत में मिलेगी. इससे न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि महंगाई पर भी काबू पाया जा सकेगा. डॉक्टर रामेश्वर ने कहा कि सरकार टैक्स कम कर पेट्रोल-डीजल की कीमत कम कर सकती है, परंतु सरकार द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है. पीएम-सीएम कहते हैं कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरा में लाना चाहिए,
लेकिन वे ये बातें सिर्फ कह रहे हैं, कर नहीं रहे हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के कारण प्राय: चीजे भी महंगी हो रही है. डॉक्टर रामेश्वर उरांव ने कहा कि बरसात का मौसम आने वाला है. यह मौसम किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. इस मौसम में प्राय: किसान खेतीबारी करते हैं. बरसात में बिजली की समस्या रहती है. यदि पेट्रोल-डीजल का दाम कम रहेगा, तो किसान पेट्रोल-डीजल से मशीन चला कर फसलों में पटवन कर सकेंगे. सरकार जनता के बारे में नहीं, बल्कि सिर्फ अपने बारे में ही सोच रही है. जिसका नतीजा है कि जनता त्रस्त है. मौके पर कांग्रेस नेता दीपनारायण उरांव, दीपक विश्वकर्मा व अरुण कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.