सदर अस्पताल में नहीं था खून
एनिमिक होने के कारण हुई मौत : डीएस
गुमला : गुमला सदर अस्पताल की चिकित्सीय व्यवस्था बदतर होती जा रही है. आये दिन चिकित्सीय की लचर व्यवस्था के कारण कई मरीजों को जान से हाथ धोना पड़ रहा है. ऐसा ही मामला गुरुवार की रात को हुआ, जिसमें पालकोट उमडा के लिटिम सलयाटोली गांव निवासी पुसा राम नगेशिया की पत्नी अनिता देवी (40) की मौत हो गयी.
इस संबंध में मृतका के पति ने बताया कि उसकी पत्नी को एक माह पूर्व प्रसव हुआ था. प्रसव के बाद जच्चा बच्चा दोनों ठीक थे, लेकिन तीन-चार दिनों से मेरी पत्नी की तबीयत ठीक नहीं चल रही थी. उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पालकोट में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे गुमला सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. गुरुवार की शाम 7:30 बजे मैंने एडमिट किया था. चिकित्सकों ने खून की कमी बतायी थी और खून का प्रबंध करने के लिए कहा था.
खून का प्रबंध करते ही साढ़े नौ बजे मौत हो गयी. उन्होंने कहा कि अस्पताल में उचित इलाज हुआ होता, तो मेरी पत्नी की जान बच सकती थी. इस संबंध में डीएस डॉ आरएन यादव ने कहा कि मरीज की स्थिति काफी गंभीर थी. मरीज गैसपीन कर रही थी. बेहोशी की हालत में थी. परिजनों ने लाने में देर की थी. मरीज का नब्ज भी नहीं मिल रहा था. एनिमिक होने के कारण उसकी मौत हुई है.