सिसई(गुमला): सिसई के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी रामलखन बेसरा की मृत्यु हृदय गति रुकने से हो गयी. वे 55 वर्ष के थे. जैसा बताया जा रहा है, रामलखन बेसरा रविवार की रात को खाना खाकर दरवाजा बंद कर टीवी देख रहे थे. इसी बीच उन्हें हार्ट अटैक हुआ और उनकी मृत्यु हो गयी. जिस समय उनकी मृत्यु हुई, उस समय कोई नहीं था, इसलिए अंदेशा जताया जा रहा है कि हार्ट-अटैक से उसकी मृत्यु हुई होगी. सोमवार की सुबह कुछ लोग मिलने गये और दरवाजा खटखटाया, पर दरवाजा नहीं खुला.
दिन भर दरवाजा बंद रहा. शाम 4.45 बजे ब्लॉक के आदेशपाल चंद्रपाल उरांव उनके क्वार्टर में गये, तो दरवाजा बंद ही था. वह बीडीओ मनोरंजन कुमार को मामले की जानकारी दी. बीडीओ ने क्वार्टर पर आकर पीछे से एक कर्मचारी को अंदर भेजा कर दरवाजा खुलवाया, तो रामलखन बेसरा बिछावन में मृत पड़े हुए थे.
टीवी खुला था. बीडीओ ने तुरंत थाना प्रभारी अजय कुमार ठाकुर को सूचना दी. पुलिस के आने के बाद उन्हें एंबुलेंस से रेफरल अस्पताल सिसई पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना बेसरा के परिवार को दे दी गयी है. रामलखन बेसरा 2000 से सिसई प्रखंड में कल्याण पदाधिकारी के पद पर कार्यरत थे और क्वार्टर में अकेले ही रहते थे. रामलखन बेसरा की मृत्यु से सिसई में शोक की लहर है. बीडीओ मनोरंजन कुमार, सीओ सुमंत तिर्की, सांसद प्रतिनिधि निरंजन सिंह, हेमा गुप्ता, मुखिया रेणु कुमारी, सुगिया देवी, सुनीता कुमारी, सुधा उरांव व फलींंद्र गोप सहित प्रखंड व अंचल कर्मी अस्पताल पहुंचे हुए थे.