गुमला: गुमला में पालकोट से कोलेबिरा तक नेशनल हाइवे-23 पर बने पुल व सड़क खतरनाक घोषित किया गया है. क्योंकि कई स्थानों पर पुल ध्वस्त हो गया है या क्षतिग्रस्त है. सड़क भी तीखा है. पूरी तरह यह सड़क जानलेवा है. इसके बावजूद राष्ट्रीय उच्च पथ विभाग इन खतरनाक पुल व सड़कों को बनाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. सबसे ज्यादा खतरनाक पुल जबरा नदी पर है.
यहां तीन वर्ष पहले बारिश में पुल ध्वस्त हो गया था. इसके बाद पुल नहीं बना. वैकल्पिक रूप में पुल के बगल में डायवर्सन बनाया गया. लेकिन यह डायवर्सन भी खतरनाक है. जबरा नदी पर बने काम चलाऊ डायवर्सन के भरोसे हजारों जिंदगी है. कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है. हालांकि कुछ साल पहले यहां यात्रियों से भरी एक बस पलट गयी थी. इसमें कई लोगों की मौत हुई थी. इधर, आये दिन यहां हादसे होते रहते हैं. इसके बाद भी एनएच विभाग इस पुल को नहीं बना रहा है.
विभाग ने 3.85 करोड़ रुपये की मांग की है : एनएच विभाग गुमला के अधिकारियों की माने तो राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-23 के 111 किमी, 140 किमी, 147 किमी, 153 किमी, 154 किमी व 155 किमी की पुलिया अत्यंत जजर्र है. यहां बॉक्स कलवर्ट का नवनिर्माण करना जरूरी है. ताकि इस रूट की सड़क से सफर करनेवाले लोग सुरक्षित यात्रा कर सकें. इस संबंध में विभाग ने राष्ट्रीय उच्च पथ उपभाग झारखंड रांची के मुख्य अभियंता को पत्र लिखा है. इसमें जजर्र पुल को बनाने के लिए तीन करोड़ 85 लाख 60 हजार दो सौ रुपये की मांग की है. पैसे की मांग पूर्व में ही की गयी है. लेकिन अभी तक विभाग द्वारा राशि की स्वीकृति देकर आवंटन नहीं किया गया है. इस कारण पुल का निर्माण नहीं हो पा रहा है.
मुख्य अभियंता ने किया था निरीक्षण : विभाग की रिपोर्ट के अनुसार एनएच-23 के 111 किमी जबरा नदी पर अवस्थित पुलिया तीन वर्ष पहले ध्वस्त हो गया है.
पुलिया ध्वस्त होने के बाद यातायात को चालू रखने के लिए डायवर्सन बना था. लेकिन अत्याधिक बारिश के कारण डायवर्सन भी क्षतिग्रस्त हो गया है. उस समय विभाग के मुख्य अभियंता विनय कुमार लाल व नवीन कुमार ने स्थल का निरीक्षण किया था. दोनों अधिकारियों ने एनएच (ओ) अथवा राज्य निधि से पुलिया के पुनर्निर्माण की आवश्यकता बतायी थी. इसके बावजूद अभी तक पुलिया बनाने की दिशा में कोई पहल नहीं हुई है.
पुल व सड़क को खतरनाक बताया है : एनएच विभाग की ओर से पुल अभियंता एमबीआइयू रांची इंटरनेशन कंस्लटेंट एवं टेक्नोक्रेट पीवीटी लिमिटेड ने जबरा नदी के पुल व सड़क को खतरनाक (ब्लैक स्पॉट) बताया है. 12 सितंबर 2017 को इमेल द्वारा ब्रिज इंवेंटरी डाटा में भी उपरोक्त सभी पुलिया को ब्लैक स्पॉट मानते हुए विभाग को प्रतिवेदन सौंपा है.
यहां के पुल व सड़क खतरनाक हैं : पालकोट से कोलेबिरा तक राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-23 के 111वें किमी, 140वें किमी, 147वें किमी, 153वें किमी, 154वें किमी व 155वें किमी पर बने पुल-पुलिया जजर्र अवस्था में है. ये पुल-पुलिया कभी भी ध्वस्त हो सकता है. इन पुलों को बचाने के लिए मरम्मत या नवनिर्माण कार्य जरूरी है. अगर पुल नहीं बना तो कभी भी इस रूट पर आवागमन ठप हो सकता है.