इसके लिए डीडीसी ने 12 सदस्यीय जांच टीम बनायी है. टीम में नैप निदेशक नयनतारा केरकेट्टा, डीआरडीए निदेशक मोहम्मद मुस्तकीम अंसारी, परियोजना पदाधिकारी परमेश्वर अग्रवाल, रजनीकांत, इरफान आरिफ, दीपक शुक्ला, सहायक अभियंता अभय गुप्ता, हरिनंदन चौधरी, रहमान वारसी, अमरेश कुमार, पवन खलखो व दीवाकर केसरी शामिल हैं. इन 12 सदस्यों को छह टीमों में बांटा गया है. प्रत्येक टीम में दो जांच अधिकारी हैं.
डीडीसी ने जांच कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा है. ज्ञात हो कि भरनो प्रखंड में 160 कूप का निर्माण मनरेगा से होना है. अभी तक कूप का काम शुरू नहीं हुआ है, लेकिन मजदूरी का भुगतान हो गया है. सभी कूपों की स्वीकृति 2017 के फरवरी माह में हुई है, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं किया गया है. प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने इसकी लिखित शिकायत की थी. इस समाचार को प्रभात खबर ने छापा. इसके बाद डीडीसी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है. डीडीसी के आदेश के बाद टीम द्वारा जांच शुरू कर दी गयी है.