गिरिडीह : मनरेगा कर्मियों की बैठक सोमवार को महासंघ भवन में हुई. अध्यक्षता संघ के अविनाश केशरी ने की. बैठक में पंचायत सचिव की बहाली को तत्काल प्रभाव से बंद करने की मांग की गयी. कहा गया कि सरकार मनरेगा कर्मियों को पंचायत सचिव के पद पर सीधी नियुक्ति करे और मनरेगा कर्मियों के लिए इपीएफ व भविष्य निधि योजना को लागू करे. इसी मुद्दे को लेकर सात मार्च से तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया गया. यह भी बताया गया कि नौ मार्च को जिले के सभी मनरेगा कर्मी रांची जायेंगे और मुख्यमंत्री का घेराव कर वहीं भूख हड़ताल शुरू करेंगे.
भूख हङताल के दौरान मुख्यमंत्री से सकारात्मक वार्ता नहीं हुई तो दस मार्च से अनिश्चितकालीन हङताल की जायेगी. राज्य संरक्षक अशोक सिंह ने मनरेगा कर्मियों को एकजुट रहकर संघर्ष को तेज करने की अपील की. बैठक में मुख्यमंत्री घेराव कार्यक्रम का जिम्मा जमुआ प्रखंड अध्यक्ष आशुतोष कुमार, मो ताहिर, वरुण पांडेय, मंजूर अली को दिया गया. बैठक में अलखदेव बैद्य समेत कई लोग मौजूद थे.