।। अमरनाथ सिन्हा ।।
गिरिडीह : जिला पुलिस व सीआरपीएफ के हत्थे चढ़ी सलीना बेसरा नामक महिला नक्सली मारक दस्ते की अहम सदस्य रही है. संगठन के पूर्व जोनल कमांडर नवीन मांझी के दस्ते में शामिल रह कर इस महिला नक्सली ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सलीना डुमरी थाना क्षेत्र के खेचगढ़ी की रहने वाली है और जिस वक्त नवीन मांझी पारसनाथ जोन में सक्रिय रहा था, उस वक्त इस महिला नक्सली ने नवीन के साथ मिल कर कई नक्सली वारदात में अहम भूमिका निभायी थी. नवीन के दस्ते में वरदी व हथियार के साथ रहने वाली इस नक्सली ने वर्ष 2010 में नक्सलियों के साथ मिल कर पीरटांड़ थाना क्षेत्र के पुरनानगर में पुलिया को भी उड़ाया था.
इस घटना में लैंड माइंस की चपेट में एसआइएस नामक निजी सुरक्षा कंपनी का वाहन भी आ गया था. घटना में एसआइएस के चार निजी गार्डो की मौत भी हो गयी थी. इससे पहले 20 नवंबर 2008 को गंभरियों में पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में भी सलीना शामिल थी.
इस मुठभेड़ के बाद पुलिस को अहम सफलता मिली थी. पुलिस ने दो राइफल व कई सामान बरामद किया था. मामले पर डीएसपी आरिफ एकराम का कहना है कि इन घटनाओं के अलावा 2010 में ही पीरटांड़ थाना पर हुए नक्सली हमले में यह महिला नक्सली शामिल थी या नहीं, इसकी जांच की जा रही है.
सलीना बेसरा को जिला पुलिस व सीआरपीएफ की टीम ने रविवार को डुमरी थाना क्षेत्र के खेचगढ़ा से गिरफ्तार किया था. डुमरी इलाके से गिरफ्तारी के बाद सलीना को सोमवार को पीरटांड़ थाना के दो कांडों में जेल भेजा गया है.