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12 साल से बंद खदान में 240 कर्मियों का‌ किया स्थानांतरण

झरिया/बोर्रागढ़ : 12 साल से बंद पड़ी इस्ट भगतडीह कोलियरी में 240 मजदूरों का तबादला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. तबादला परियाेजना पदाधिकारी विंध्याचल सिंह ने किया है. पीओ बस्ताकोला क्षेत्र की एकीकृत इस्ट भगतडीह शिमलाबहाल कोलियरी में तैनात हैं. जानकार बताते हैं कि कर्मियों का तबादला फर्जी हाजिरी के गोरखधंधे से […]

झरिया/बोर्रागढ़ : 12 साल से बंद पड़ी इस्ट भगतडीह कोलियरी में 240 मजदूरों का तबादला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. तबादला परियाेजना पदाधिकारी विंध्याचल सिंह ने किया है. पीओ बस्ताकोला क्षेत्र की एकीकृत इस्ट भगतडीह शिमलाबहाल कोलियरी में तैनात हैं. जानकार बताते हैं कि कर्मियों का तबादला फर्जी हाजिरी के गोरखधंधे से जुड़ा है.
पीओ यहीं नहीं रुके. उन्होंने दागी स्टोरकीपर अनिल सिंह व टाइपिस्ट विनोद कुमार सिंह को हाजिरी बाबू नियुक्त कर दिया है. अनिल पर फर्जी हाजिरी बनाने का आरोप पूर्व में लग चुका है. उसपर विभागीय कार्रवाई भी हो चुकी है. जमसं (कुंती) के केंद्रीय कोषाध्यक्ष हरेराम सिंह ने सीएमडी व सीवीसी को पत्र देकर पूरे मामले काे रखा है. उन्होंने पत्र में कहा है कि दागी कर्मियों को हाजिरी बाबू बनाकर अवैध तरीके से हाजिरी बनाने का खेल स्थानीय प्रबंधन व कुछ दलाल नेताओं की शह पर चलाया जा रहा है. उन्होंने निष्पक्ष जांच कर अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
पीओ ने पकड़ा था फर्जी हाजिरी का मामला
जमसं नेता श्री सिंह ने बताया कि अगस्त, 17 में अनिल कुमार सिंह (स्टोरकीपर) को प्रबंधन ने हाजिरी बाबू बनाया था. उस दौरान टीकमा‌ भुईयां व दो अन्य कर्मियों की फर्जी हाजिरी बनाने का मामला पीओ ने पकड़ा था. अनिल सिंह को हाजिरी बाबू की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. कुछ प्रभावशाली लोगों के प्रयास से एक बार फिर उसे मलाईदार पद (हाजिरी बाबू) का कार्य सौंप दिया गया है. इससे पूर्व दागी सुरक्षा ‌कर्मी मो. नसीम को हाजिरी बाबू बनाया गया था. उसने भी राजेंद्र पासवान नामक सुरक्षा ‌गार्ड की फर्जी हाजिरी शिमलाबहाल कोलियरी में बनायी थी. उसकी ड्यूटी चेकपोस्ट पर लगायी गयी थी, जबकि वह ड्यूटी पर मौजूद नहीं था. इसका खुलासा तब हुआ, जब नवादा में राजेंद्र का शव पाया गया.
वर्ष 2006 में बंद हुई खदान
पूर्ववर्ती कुस्तौर क्षेत्र की इस्ट भगतडीह कोलियरी में ‌गैस रिसाव के बाद डीजीएमएस ने जुलाई, 2006 में खदान बंद कर दी थी. तभी से खदान बंद पड़ी है. यहां करीब 240 कर्मियों का तबादला शिमलाबहाल कोलियरी प्रबंधन की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाता है. फैसले से कर्मी भी हैरत में हैं.
कार्यालय आकर बात करें
आरोपों के बारे में बस्ताकोला जीएम आरके सिंह का पक्ष लेने के लिए फोन किया गया, तो उन्होंने कहा कि यह सब बातें फोन पर नहीं होती हैं. कार्यालय में आकर बात करें अन्यथा संबंधित पीओ से बात करें. पीओ विंध्याचल सिंह के मोबाइल नंबर पर फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.

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