नये प्रदेश अध्यक्ष के चयन के बाद जिला कांग्रेस में नयी जान फूंकने में पार्टी के नेता और पदाधिकारी जुट गये हैं. गिरिडीह जिले की छह विधानसभा सीटों में से अभी एक भी कांग्रेस के पास नहीं है. इस वजह से भी कार्यकर्ताओं का उत्साह मंद पड़ गया था. नये प्रदेश अध्यक्ष के चयन के बाद उनके निर्देश पर जगह-जगह बैठक कर कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया जा रहा है.अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ने पर जोर दिया जा रहा है.
गिरिडीह. जिला कांग्रेस की बैठक गुरुवार को जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा की अध्यक्षता में हुई.
इसमें पार्टी प्रखंड अध्यक्ष, जिला पदाधिकारी व वरिष्ठ कांग्रेसियों ने भाग लिया. बूथ स्तर पर पांच कांग्रेसियों के घरों में झंडा लगाओ अभियान की सफलता को लेकर विधान सभा स्तर पर को-ऑर्डिनेटर एवं प्रखंड प्रभारियों का मनोनयन किया गया. जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा ने कहा कि बैठक में शामिल प्रखंड अध्यक्षों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने प्रखंड के सभी बूथों पर जाकर पांच-पांच कांग्रेसियों के घरों में पार्टी का झंडा लगायें.
शीघ्र ही इस कार्यक्रम की शुरुआत करें. बताया कि कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए विधान सभावार को-ऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है, जिसमें डॉ मंजु कुमारी को जमुआ, मो. याकुब को गांडेय, सतीश केडिया को गिरिडीह, मदनलाल विश्वकर्मा को धनवार, दीपक महेश्वरी को बगोदर व महेश भगत को डुमरी विस क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
वहीं महमुद अली खान व सद्दाब अंसारी को गिरिडीह नगर, एसजेड खान को गिरिडीह सदर, चंद्रशेखर सिंह, मो. हारूण व आलमगीर आलम को बेंगाबाद, कारू पाठक व मो जाकिर को गांडेय, सच्चिदानंद सिंह, उमेश नारायण सिंह, रघुनंदन सिंह व मदनमोहन सिंह को देवरी, मो. इम्तियाज व लोरेंस गंगा राम टुडू को तिसरी, गणेशचंद्र पांडेय व प्रकाश मंडल को धनवार, निरंजन राय को बिरनी, अशोक मंडल को सरिया, सुखदेव दास व लक्ष्मण मंडल को बगोदर, जगदीश रजक को डुमरी, बरुण सिंह को पीरटांड़, महशर इमाम व राजेश तुरी को जमुआ, रंधीर चौधरी को गावां प्रखंड का प्रभारी मनोनीत किया गया है.
कार्यक्रम संचालन हेतु उमेश तिवारी को बेंगाबाद, रामेश्वर चौधरी को तिसरी व राजकिशोर वर्मा को गिरिडीह सदर प्रखंड का प्रखंड संयोजक बनाया गया है. त्रिभुवन दास को कांग्रेस सेवा दल के मुख्य संघटक चुने जाने पर सबले उन्हें बधाई दी. बैठक में इनके अलावे दुर्गा प्रसाद, नगर अध्यक्ष अजय कुमार सिन्हा, बिमल सिंह, अकबर अंसारी, प्रो. मुकेश साहा, महेश भगत, खैबर अली, नंदकिशोर सिन्हा, गोविंद तुरी, राजेंद्र सिंह, उमेश सिंह, निरंजन राय आदि मौजूद थे.