नगरऊंटारी (गढ़वा) : सरकार का डोर टू डोर डिलेवरी व्यवस्था पूर्ण रूप से फेल है. इस व्यवस्था से एसडीओ सहित विभाग के सभी अधिकारी लाभान्वित हो रहे हैं. उक्त बातें पूर्व मंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य राम चंद्र केसरी ने चेचरिया स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कही.
उन्होंने कहा कि डोर टू डोर स्टेप डिलेवरी के ठेकेदारों के खिलाफ व सच्चई उजागर करने के लिए सभी डीलर धन्यवाद के पात्र हैं. उन्होंने कहा कि बीपीएल धारियों का अनाज गरीब लाभुकों को सीधा पहुंचे, इसके लिए सरकार ने डोर टू डोर स्टेप डिलेवरी का गठन व व्यवस्था किया. जन वितरण प्रणाली दुकान के यहां गरीबों का अनाज पहुंचे, लेकिन इस व्यवस्था का कोई मतलब नहीं रहा. एसडीओ इसे खुद गाइड करने में लगे हैं. सारा का सारा अनाज कमजोर डीलरों का गोदाम पर ही खरीदवा लिया जा रहा है.
कुछ कमजोर डीलर जान भी नहीं पाते हैं कि हमारा अनाज का कब आवंटन हुआ और कब फर्जी रूप से बिक गया तथा फर्जी कागज पर उन डीलरों से हस्ताक्षर करा लिया जाता है. श्री केसरी ने कहा कि डीलरों को गोदाम से बिना तौले अनाज बोरा के गिनती पर दिया जा रहा है, जो गंभीर मामला है.
डीलरों द्वारा लाभुकों को अनाज देने में काफी परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि जदयू ने पूर्व में ही मांग किया था कि इलेक्ट्रॉनिक तराजू का इस्तेमाल कर बोरे पर वजन को अंकित किया जाये. श्री केसरी ने कहा कि गढ़वा अनुमंडल में दो-दो माह का अनाज वितरित कर दिया गया है तथा पुन: एक माह का अनाज दिया गया. वहीं डीलरों द्वारा दो-दो माह का ड्राफ्ट लिया गया है. इसके बावजूद अभी तक कई डीलरों को अनाज नहीं दिया गया. इससे बीपीएल लाभुक व डीलर काफी परेशानी ङोल रहे हैं. प्रेस वार्ता में कृष्णा मिस्त्री, नइम खलीफा, पूजा गुप्ता, उर्मिला गुप्ता सहित जदयू कार्यकर्ता उपस्थित थे.