14 सूत्री मांगों को लेकर जदयू का महाधरना
गढ़वा : पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार जदयू जिला कमेटी के तत्वावधान में गुरुवार को समाहरणालय के सामने 14 सूत्री मांगों को लेकर धरना व प्रदर्शन का आयोजन किया गया.
जदयू जिलाध्यक्ष सूरज गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित धरना में पूर्व मंत्री रामचंद्र केसरी व पार्टी के प्रदेश महासचिव बैजनाथ राम गोपी मुख्य रूप से उपस्थित थे. धरना को संबोधित करते पूर्व मंत्री रामचंद्र केसरी ने कहा कि जदयू 17 स्कोर बीपीएल अनाज को लेकर शुरुआती दौर से ही पूरे जिले में आंदोलन छेड़ा गया था.
इसके सकारात्मक परिणाम भी दिखे. लेकिन एक सोची-समझी साजिश के तहत कहीं 10 तो कहीं 12 स्कोर कह कर गरीबों को गुमराह किया गया. इसे किसी भी हाल में बरदाश्त नहीं किया जायेगा. प्रदेश महासचिव बैजनाथ राम गोपी ने कहा कि इस सरकार में गरीबों का सुननेवाला कोई नहीं है. गरीबों का हक व अधिकार को भ्रष्ट अधिकारी व बिचौलिये खुले बाजार में बेच रहे हैं. पढ़े-लिखे नवजवान लोग गलत रास्ते अपना रहे हैं या तो पलायन कर रहे हैं.
जिलाध्यक्ष सूरज गुप्ता ने कहा कि राज्य का सबसे पिछड़ा गढ़वा जिला अकाल, सुखाड़ व पलायन के नाम से चर्चित है.
जिला बने लगभग ढाई दशक हो गये, लेकिन जनता को बुनियादी सुविधा भी उपलब्ध नहीं है. अकाल से किसान परेशान हैं, वहीं जनप्रतिनिधि को इससे कोई मतलब नहीं है. श्री गुप्ता ने कहा कि अनाज कालाबाजारी रोकने व बीपीएल लाभुकों को अनाज देने को लेकर पार्टी द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा है. लेकिन सरकार व उसके नुमांइदे आंख बंद किये हुए हैं.
धरना को सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता, अर्चना प्रकाश, राजेंद्र प्रसाद केसरी, रामाशीष प्रसाद, चौधरी प्रदीप पटेल, अनिल चौहान, राजकुमार गुप्ता, मो नेसार, विश्वनाथ भंडारी, पूजा गुप्ता, नइम खलीफा, उर्मिला गुप्ता, मिथिलेश गुप्ता आदि ने भी संबोधित किया.
धरना के पश्चात राज्यपाल के नाम उपायुक्त को 14 सूत्री मांग पत्र सौंपी गयी, जिसमें बियार जाति को आदिवासी का दर्जा देने, 17 स्कोर के बीपीएल व एपीएल परिवार का डाटा जिला में लोड कर राशन कार्ड देने, बेरोजगार युवाओं को 3000 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देने, किसानों को फसल बीमा का लाभ देने आदि की मांग शामिल है.
इस अवसर पर मनोज गुप्ता, अरुण चंद्रवंशी, समरून बीबी, प्रदीप कुशवाहा, शाह मोहम्मद अंसारी, रामविचार साहू, दशरथ राम, बदन राम, रवि कश्यप, इब्राहिम अंसारी, ओमप्रकाश गुप्ता, कृष्णा मेहता, बसंत जायसवाल, डॉ सनाउल्लाह, अनिल गुप्ता, धीरज जायसवाल आदि उपस्थित थे.