उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को प्रेमनी की मौत हुई थी़ वह अकेले रहती थी़ उसके बेटे उत्तम महतो एवं डंडा प्रमुख वीरेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया था कि प्रेमनी की मौत भूख से हुई है़ उसके घर में आठ दिनों से अनाज का एक दाना भी नहीं था़ ग्रामीणों के इस दावे के बाद प्रेमनी के शव को गढ़वा लाकर अंत्यपरीक्षण कराया गया था़.
रविवार को जिला प्रशासन का पक्ष रखते हुये जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अनिल कुमार ने प्रभात खबर में छपी इस खबर पर कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट यह साबित करती है कि मौत भूख से नहीं हुआ है़ बल्कि तबीयत खराब होने से हुई है़ उन्होंने कहा कि नवंबर माह का अनाज लेने वह अपने बेटे के साथ गयी हुई थी़ इसी दौरान उसकी तबीयत खराब हो गयी और वह अपने बेटे से यह कह कर कि वह बीमार है, घर चली आयी थी़ उन्होंने कहा कि अक्तूबर तक मृतका को पीडीएस से अनाज मिला हुआ था़ इधर इस संबंध में जिला आपूर्ति पदाधिकारी जावेद अनवर इदरिशी ने बिना अनाज दिये कार्ड में इंट्री करने को लेकर कोरटा के डीलर को निलंबित कर दिया है़ जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि डीलर पर अन्य कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी़